यह तो सभी जानते हैं कि बप्पी लहरी बॉलीवुड के एक फेमस म्यूजिशियन एवं सिंगर थे थे एवं उन्हें स्वर्ण आभूषण पहनना पसंद था। उन्होंने बॉलीवुड में डिस्को की शुरुआत की लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि बप्पी लहरी के कुछ गाने बहुत ही सादगी और गंभीरता से परिपूर्ण हैं।
- बप्पी लहरी का सही नाम बप्पी लाहिड़ी है। (जन्म; 27 नवम्बर 1952, मृत्यु 16 फरवरी)।
- बप्पी लहरी का असली नाम असली नाम अलोकेश लाहिड़ी है।
- बप्पी लहरी ने मात्र 3 साल की उम्र में तबला वादन शुरू कर दिया था।
- बप्पी लहरी मात्र 14 साल की उम्र में संगीतकार बन गए थे। उन्होंने अपना पहला संगीत दिया था।
- बॉलीवुड के महान एक्टर एवं सिंगर किशोर कुमार, बप्पी लहरी के मामा थे।
- बप्पी लहरी का जन्म पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था, इसीलिए उन्हें बप्पी दा भी कहते थे।
- बप्पी लहरी बंगाली ब्राह्मण थे।
- बप्पी लहरी के पिता बंसुरी लाहिड़ी और माता अपरेश लाहिड़ी, दोनों शास्त्रीय संगीत के विशेषज्ञ थे।
- बप्पी लहरी 2014 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर राजनेता बन गए थे।
- 2014 का लोकसभा चुनाव पश्चिम बंगाल की श्रीरामपुर सीट से लड़ा।
बप्पी लहरी की मृत्यु का कारण - bappi lahiri death reason, death cause
सन 2021 में वह कोरोनावायरस से पीड़ित हो गए थे। मुंबई स्थित क्रिटीकेयर अस्पताल के निदेशक डॉ. दीपक नमजोशी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘लाहरी करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दी गयी थी, लेकिन उनकी सेहत मंगलवार को बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को घर बुलाया। उन्हें अस्पताल लाया गया। उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतें थी। उनकी देर रात ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) के कारण मौत हो गई।
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया सिंड्रोम क्या होता है
WHO- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया एक क्लीनिकल डिसऑर्डर है, जिसमें आमतौर पर जोर से खर्राटों के साथ नींद के दौरान बार-बार सांस रुकने की परेशानी आती है। इस तरह सांस का रुकना शरीर में कुछ पलों के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई को बंद कर देता है और कार्बन डाई ऑक्साइड के बाहर निकलने को रोक देता है। परिणामस्वरूप, व्यक्ति थोड़े समय के लिए जागता है, उसके सांस लेने की प्रक्रिया दोबारा शुरू होती है। भारत की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया india national news पर क्लिक करें.