भोपाल। मध्य प्रदेश की पॉलिटिक्स में उमा भारती की एक्सपायरी डेट निकल चुकी है उसके बाद भी वह मैन स्ट्रीम में बने रहने की कोशिश कर रहीं थीं। शराबबंदी के नाम पर अपनी ही पार्टी को प्रेशर में लेने की कोशिश की लेकिन इस बार दांव उल्टा पड़ गया। अब अपनी प्रतिष्ठा बचाने की कोशिश में मुख्यमंत्री के नाम अपील जारी कर रही हैं।
उमा भारती ने ताजा बयान में कहा है कि 'मैं सरकार के खिलाफ नहीं हूं, शराब के खिलाफ हूं, या तो शिवराज जी बताएं कि शराबबंदी को लेकर क्या योजना है या मेरा आग्रह स्वीकार कर लें। इस बार भी उन्होंने दोहराया कि मध्यप्रदेश में शराबबंदी होकर रहेगी। उल्लेख करना प्रासंगिक है कि उमा भारती कई बार मध्यप्रदेश में शराबबंदी के लिए आंदोलन करने का ऐलान कर चुकी हैं। अब तो कांग्रेस पार्टी के लोग शराबबंदी के नाम पर उमा भारती का मजाक उड़ाने लगे हैं।
उमा भारती, गलत फीडबैक के कारण मुगालते का शिकार हो जाती हैं
टीकमगढ़ की रहने वाली उमा भारती के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने उस समय उमा भारती को अपना चेहरा बनाया था जब तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि उन्हें विधानसभा चुनाव में हराने की क्षमता भारतीय जनता पार्टी के किसी नेता में नहीं है। सफलता का श्रेय भी उमा भारती को मिला और मुख्यमंत्री बनाई गईं, लेकिन मुगालते का शिकार हो गईं और कार्यकाल पूरा नहीं कर गईं। कोई इत्तेफाक है या श्राप, लेकिन उमा भारती अपने पोलिटिकल कैरियर में ज्यादातर वक्त सत्ता के सिंहासन पर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर गईं हैं। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।
शराबबंदी पर उमा भारती की सफाई, कहा- मैं सरकार के खिलाफ नहीं हूं, शराब के खिलाफ हूं, या तो शिवराज जी बताएं कि शराबबंदी को लेकर क्या योजना है या मेरा आग्रह स्वीकार कर लें,
— Makarand Kale (@makarandkale) February 20, 2022
कहा-#MadhyaPradesh में शराबबंदी होकर रहेगी।@umasribharti @ChouhanShivraj #liquor #शराबबंदी pic.twitter.com/KIlZc04UeG