भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गांधीनगर में स्थित महावीर मेडिकल कॉलेज में हंगामा हुआ और मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने कानूनी कार्रवाई नहीं की लेकिन सादा कागज पर लिखा पड़ेगी और 55 मजदूरों को ₹34000 दिलवाए। मजदूरों का कहना था कि उन्हें एक इवेंट में 1 घंटे के लिए ₹200 की दर पर लाया गया था लेकिन यहां अस्पताल में भर्ती मरीज बनाकर बिठा दिया गया।
यह बिल्कुल मुन्ना भाई एमबीबीएस फिल्म जैसा सीन है। अस्पताल में फर्जी मरीजों को भर्ती दिखाया गया है ताकि इंस्पेक्शन के दौरान कोई नेगेटिव रिमार्क ना मिले। गांधीनगर थाने में विवाद का खुलासा हुआ। भोपाल के सामाजिक कार्यकर्ता बंटी धुर्वे, साधना उईके, रामदास मसराम, और दिल्ली से छिंदवाड़ा जा रहे कार्यकर्ता तुलसी धुर्वे 55 मजदूरों के साथ गांधीनगर पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि अयोध्या नगर और आनंद नगर से इन सभी मजदूरों को एक इवेंट में शामिल होने के लिए बुलाया गया था।
कहा गया था कि 1 घंटे इवेंट चलेगा और इसके लिए ₹200 मिलेंगे, लेकिन महावीर मेडिकल कॉलेज में कोई इवेंट नहीं था। यहां मजदूरों को डॉक्टर के पर्चे पकड़ा दिए गए। अस्पताल में यहां वह मरीज बनाकर बैठा दिया गया। जब शाम को पेमेंट की बारी आई तो पैसा देने से मना कर दिया। बोले 4 दिन बाद एक और जांच दल आएगा। उसके सामने भी ऐसे ही मरीज बनना है, फिर पैसे दिए जाएंगे। इसी बात को लेकर हंगामा शुरू हो गया।
गांधीनगर थाना पुलिस ने शिकायत उपलब्ध होने के बावजूद कोई पुख्ता कानूनी कार्रवाई नहीं की और ना ही इंस्पेक्शन करने आई टीम को इसके बारे में बताया, केवल महावीर मेडिकल कॉलेज के मैनेजमेंट को बुलाकर सभी मजदूरों को ₹200 मजदूरी और ₹100 ट्रैवल एलाउंस दिलवा दिया। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।