भोपाल। लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के ऑफिस में खुलेआम चल रही रिश्वतखोरी पकड़ी है। 2 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आउटसोर्स कर्मचारी हैं। एक अन्य सस्पेंड कर्मचारी को बहाल करने के बदले रिश्वत की वसूली कर रहे थे। आरोप लगाया गया है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कर्मचारियों को इसीलिए सस्पेंड किया जाता है ताकि रिश्वत वसूली जा सके।
नीमच के लैब टेक्नीशियन शेख हारुन से तीन दिन पहले 25 फरवरी को NHM में पदस्थ कार्यालय सहायक किरण सिंह और बाबू नितिन पाल ने घूस मांगी थी। शिकायतकर्ता शेख हारुन को गैरहाजिर रहने के कारण सस्पेंड किया गया था। उसकी बहाली का मामला NHM में लंबित है। मामले को लेकर दोनों कर्मचारियों ने रिश्वत मांगी थी।
लैब टेक्नीशियन की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने प्लानिंग के तहत शिकायतकर्ता लैब टेक्नीशियन को रिश्वत देने के लिए भेजा और जैसे ही उसने रिश्वत की रकम कर्मचारियों के हाथ में दी, छापामार कार्रवाई करते हुए दोनों को पकड़ लिया गया। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि दोनों कर्मचारी आउट सोर्स कंपनी द्वारा नियुक्त किए गए हैं, यानी की नियमानुसार शासकीय सेवक नहीं है। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।