थम्स अप- एक ऐसा ब्रांड जो बिका लेकिन मिटा नहीं और आज जीत गया- BRAND KATHA

Bhopal Samachar
भारतीय मूल के ब्रांड थम्स अप का वैल्यूएशन $1000000000 पहुंच गया है। इसी के साथ भारत में जन्मा थम्स-अप वन मिलियन डॉलर क्लब का सदस्य बन गया। किसी भी ब्रांड के लिए यह गौरव की बात होती है। थम्स अप के मामले में मजेदार बात यह है कि जिस कंपनी ने अपने ब्रांड को स्टाइलिश करने के लिए थम्स अप का नाम खत्म करने की प्लानिंग के साथ, इसे खरीदा था। आज वही कंपनी थम्स अप की जीत का जश्न मना रही है। 

सरकार की पॉलिसी के कारण थम्स अप का जन्म हुआ था

थम्स अप, भारतीय बाजार में एक ऐसा योद्धा है। जिसे हर राजा अपनी सेना में देखना चाहता है। सन 1977 में जब भारत से आपातकाल खत्म हुआ और चुनाव हुए तो जनता पार्टी की सरकार बनी। मजदूर नेता जॉर्ज फर्नांडिस को मोरारजी देसाई सरकार में उद्योग मंत्री बनाया गया। उन्होंने अमेरिका की मल्टीनेशनल कंपनी IBM और COCA COLA को भारतीय बाजार से खदेड़ दिया। 

मात्र 10 साल में पूरे देश का दिल जीत लिया

ठीक इसी समय चौहान बंधुओं की कंपनी पारले ने Thums UP लॉन्च कर दिया। Thums UP ने बड़ी ही आसानी के साथ ना केवल COCA COLA की जगह ले ली बल्कि इसका बाजार भी बढ़ गया। कुछ लोग कोका कोला नहीं मिलने के कारण थम्स अप खरीदते थे लेकिन कुछ लोग केवल थम्स अप पीना पसंद करते थे। Thums UP के भाई बहन Gold Spot और Limca को भी काफी पसंद किया गया। 80 का दशक थम्स अप का दशक के लाता है।

सरकार की पॉलिसी के कारण बिक गया, लेकिन मरा नहीं

सनी 1991 में भारत सरकार ने विदेशी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार के दरवाजे खोल दिए। सबसे पहले पेप्सी भारत आई। उसने थम्स अप को कड़ी टक्कर दी। दोनों ब्रांड के बीच युद्ध चरम सीमा पर था ठीक उसी समय सन 1993 में COCA COLA ने एंट्री मारी और हमलावर ब्रांडेड शुरू कर दी और अंत में COCA COLA ने Thums UP को खरीद लिया। 6 करोड़ अमेरिकी डॉलर में सौदा तय हुआ। 

चौहान बंधु टूट गए लेकिन Thums UP नहीं

इस कहानी में गौर करने वाली बात यह है कि 1991 में पेप्सी और 1993 में कोको कोला के साथ जो कंपटीशन हुआ उसमें Thums UP के मालिक चौहान बंधु हार गए थे। Thums UP का जलवा कायम था। उस समय माना गया था कि COCA COLA, भारतीय बाजार में अपने प्रोडक्ट को Thums UP से रिप्लेस कर देगी। यानी बाजार से Thums UP का नाम खत्म हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। Thums UP की लोकप्रियता का आलम यह था कि COCA COLA ने उसे खत्म करने के बजाए आगे बढ़ाने का फैसला किया। 

10 फरवरी 2022 को  कोका-कोला कंपनी के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जेम्स क्विंसी ने गर्व के साथ बताया कि हमारे स्थानीय थम्स अप ब्रांड का भारत में मूल्यांकन एक अरब डॉलर हो गया है। brand katha में आपको इसी प्रकार की कई कहानियां मिलेंगी। भारत की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया india national news पर क्लिक करें.

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