भोपाल। CrPC (दंड प्रक्रिया संहिता 1973) का उल्लंघन, मध्य प्रदेश पुलिस के मंदसौर एसपी सुनील कुमार पांडे और सब इंस्पेक्टर कपिल सौराष्ट्रीय और महिला एसआई जया भारद्वाज को भारी पड़ गया। मंत्रालय के आदेश पर पहले एसपी ने दोनों सब इंस्पेक्टर को लाइन अटैच किया और फिर मुख्यमंत्री के कार्यालय के निर्देश पर एसपी पांडे का तबादला कर दिया गया।
मामला सांसद प्रतिनिधि एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता दिलीप गोयल के यहां बिना सर्च वारंट के तलाशी लिए जाने का है। एसपी सुनील कुमार पांडे के निर्देश पर सटोरियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई चल रही थी। पिपलियामंडी चौकी क्षेत्र में चौकी प्रभारी कपिल सौराष्ट्रीय और महिला एसआई जया भारद्वाज ने टीम के साथ पिपलियामंडी के रेलवे फाटक इलाके में राजू भांभी के घर में दबिश दी।
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि सांसद प्रतिनिधि एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता दिलीप गोयल, इलाके का असली सट्टा किंग है। सब इंस्पेक्टर कपिल और जया ने फिल्मी स्टाइल में बिना देर किए भाजपा नेता दिलीप गोयल के घर दबिश दे डाली। पूरे घर की तलाशी ली गई। पुलिस को घर में क्या मिला और क्या नहीं, इसका खुलासा हो पाता इससे पहले भाजपा नेता दिलीप गोयल अपने समर्थकों के साथ पुलिस चौकी जा पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बिना सर्च वारंट के घर के अंदर तलाशी लेना अपराध है। पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। तीन घंटे तक प्रदर्शन चलता रहा। मामला वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा तक पहुंचा। जगदीश देवड़ा ने मुख्यमंत्री से संपर्क किया और कैलेंडर बदलने से पहले दोनों सब इंस्पेक्टरों को लाइन हाजिर कर दिया गया एवं पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडे को मंदसौर से हटाकर भोपाल बुला लिया गया। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.