मध्यप्रदेश ग्वालियर शहर में मुरार क्षेत्र का अपना महत्व है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि स्वतंत्रता से पहले क्षेत्र का विशेष महत्त्व हुआ करता था। यह एक अत्यंत सुरक्षित और आरक्षित क्षेत्र था। यहां तक की मुरार के नाम का भी विशेष महत्व और इसके सही नाम की फुल फॉर्म से पता चल जाता है कि यह कितना स्पेशल है।
यह तो सभी जानते हैं कि मुरार शुरू से ही सैन्य क्षेत्र रहा है। सन 1857 की क्रांति के समय मुरार के योद्धाओं का युद्ध कौशल इतना अधिक प्रसिद्ध था कि स्वयं तात्या टोपे ने मुरार के लड़ाकों को अपनी क्रांति में शामिल करने के लिए जान को जोखिम में डाल दिया था। मुरार का सही नाम मोरार है जिसे इंग्लिश में MORAR लिखा जाता है। इस का फुल फॉर्म है military officers residential area reserved (सेना के अधिकारियों का आरक्षित आवासीय स्थल)।
कोई और शहर होता तो प्रसिद्ध पर्यटक स्थल होता
इस तरह के ऐतिहासिक महत्व के क्षेत्रों को भारत के कई शहरों में पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया गया है। कुछ राज्यों में तो फिल्मों की शूटिंग वाले स्थानों को भी पर्यटक स्थल बना दिया गया है। यदि MORAR किसी और शहर में होता तो निश्चित रूप से एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल होता जहां विदेशी पर्यटक यह देखने के लिए आते कि भारत में अंग्रेज सैन्य अधिकारियों के परिवार किस प्रकार रहा करते थे। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.