मध्य प्रदेश के ग्वालियर में SSP अमित सांघी ने इंदरगंज थाने के ASI प्रताप सिंह भदौरिया, ASI सुघर सिंह व हवलदार कल्याण को सस्पेंड कर दिया है। मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले एक अपराधी ने अपने बयान में बताया था कि वह खुलेआम नशीले पदार्थों की बिक्री करता था। पुलिस को हफ्ता देता था इसलिए उसे पकड़े जाने का डर नहीं था।
ग्वालियर शहर की गेंडेवाली सड़क पर खुलेआम प्रतिबंधित नशीले पदार्थ बेचे जा रहे थे।मंगलवार को क्राइम ब्रांच और इंदरगंज थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए तस्कर अनीस पुत्र बहादुर खान को 370 ग्राम स्मैक के साथ पकड़ा था। पकड़ी गई स्मैक की कीमत करीब 40 लाख रुपए थी। इतनी बड़ी मात्रा में स्मैक पकड़े जाने पर पुलिस अफसरों के कान खड़े हो गए।
SSP अमित सांघी ने बताया कि तस्कर बड़े स्तर पर स्मैक बेच रहा था, यह खबर बीट प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों को क्यों नहीं लगी, इस बारे में पूछताछ कराई गई।उन्होंने बताया कि इस संबंध में जब इंदरगंज थाना प्रभारी आसिफ मिर्जा बेग ने पूछताछ की तो सामने आया कि स्मैक बेचे जाने की जानकारी पुलिसकर्मियों को थी। इसलिए बीट प्रभारी व अन्य जिम्मेदार पुलिसकर्मियों की भूमिका इस प्रकरण में संदिग्ध है।
इसके चलते इंदरगंज थाना प्रभारी आसिफ मिर्जा बेग को जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए थे। जांच की गई तो उसमें स्मैक तस्कर ने इंदरगंज थाने के ASI प्रताप सिंह भदौरिया, ASI सुघर सिंह व हवलदार कल्याण को हफ्ता देने और उनकी जानकारी में ही पूरा स्मैक का धंधा करने की बात कही थी। इस पर इंदरगंज थाना प्रभारी मिर्जा आसिफ बेग ने पूरे मामले से एसएसपी को अवगत कराया।
SSP ने तीनों को किया सस्पेंड
स्मैक तस्कर के तीन पुलिस कर्मियों के नाम लेने और उनका हफ्ता देने की बात कहने के बाद एसएसपी ने काफी नाराजगी जताई है। SSP अमित सांघी ने तीनों पुलिस कर्मियों को तत्काल सस्पेंड करने के आदेश रविवार को जारी कर दिए हैं। एसएसपी ने थाना पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि इस तरह की मिलीभगत की खबर मिली तो खैर नहीं। इससे भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.