ग्वालियर। भाजपा में आकर केंद्रीय मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया काफी पावर में है। सिपाही से लेकर आईजी तक और पटवारी से लेकर कमिश्नर तक महाराज की पावर स्पष्ट दिखाई देती है। इस सब के बावजूद महाराजा सिंधिया अपने महल की सड़क का नाम परिवर्तित नहीं करवा पाए।
किस्सा जय विलास पैलेस मांडवी वाली माता मंदिर चौराहे तक वाली सड़क का है। सबसे पहले इसे स्मार्ट सिटी रोड नाम दिया गया था। फिर बड़ी ही धूमधाम के साथ इस मार्ग का नाम राजपथ घोषित किया गया लेकिन आज इस मार्ग पर जो शिलालेख दिखाई दे रहा है, उस पर थीम रोड लिखा हुआ है। यानी इस मार्ग का नाम थीम रोड हो गया है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगभग सभी शहरों में थीम रोड बनाई जा रही है।
आश्चर्यजनक बात यह है कि साइन बोर्ड पर इस मार्ग का नाम राजपथ लिखा हुआ है। दरअसल यह वही रोड है जिसका उपयोग राजतंत्र के समय महाराजा सिंधिया किया करते थे। क्योंकि यह ग्वालियर के राजा का पथ था इसलिए इसे राजपथ कहा गया। यही कारण है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया इस मार्ग का नाम राजपथ रखना चाहते हैं। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में थीम रोड वाला शिलालेख हटाया जाता है या फिर राजपथ वाला साइन बोर्ड। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.