इंदौर। भारत की आजादी के साथ ही रंग पंचमी के अवसर पर इंदौर में मनाए जाने वाले गेर उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। कोरोनावायरस के कारण पिछले 2 साल से गेर चल समारोह का आयोजन नहीं किया गया था। इस बार सारी कसर निकालने की तैयारी है।
कोरोना महामारी के चलते दो साल पहले तत्कालीन कलेक्टर लोकेश जाटव ने गेर नहीं निकालने का आग्रह किया था। तब गेर तो नहीं निकली, लेकिन राजवाड़ा पर लोग जमा हुए थे। कोरोना की दूसरी लहर में भी शहर में गेर नहीं निकली, लेकिन इस साल सभी प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। आयोजकों ने तैयारियां शुरू कर दी है।
75 साल से चल समारोह का आयोजन कर रही टोरी कार्नर रंग पंचमी महोत्सव समिति के समन्वयक शेखर गिरी का कहना है कि कोरोना से राहत मिलने के बाद प्रशासन का सहयोग व अनुमति मिलने की उम्मीद है लेकिन अब चिंता गेर मार्ग की है। गेर मार्ग से अतिक्रमण हटाने के साथ नवीन मार्ग निर्माण हो रहा है। मार्ग कार्य पूरा हो जाता है दो साल बाद एक बार फिर दोगुने उत्साह के साथ हम गेर निकालने की तैयारी कर रहे है।
हम तैयार है बस मार्ग का काम जल्द हो पूरा
संगम कार्नर रंग पंचमी महोत्सव समिति ने 68 साल पहले गेर निकालने की शुरुआत की थी। समिति के अध्यक्ष कमलेश खंडेलवाल का कहना है कि गेर को जिला प्रशासन द्वारा 2020 में गेर को यूनिस्को की सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल करने का प्रयास किया था। इस बार इस प्रयास में क्षत-विक्षत गेर मार्ग एक बड़ी समस्या बन सकता है। गेर में अभी सवा महीने का समय है। मार्ग का काम पूरा हो जाए तो बेहतर होगा। हमारी गेर निकालने की पूरी तैयारी है।
महाराष्ट्र के अमरावती से आएंगी ढोल पार्टी
मारल क्लब द्वारा 49 साल से गेर निकाली जा रही है। आयोजक अभिमन्यु मिश्रा ने बताया कि गेर को लेकर कार्यकर्ता में बहुत उत्साह है। इसके लिए महाराष्ट्र के अमरावती की 100 सदस्यी ढोल पार्टी से बात हो गई है। गेर में शामिल होने लिए उन्हें भी बुलाया जाएगा। अन्य तैयारियों को लेकर बैठक का दौर अगले महीने से शुरू करेंगे।
इधर कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि इंदौर में गेर चल समारोह का आयोजन शासन स्तर का विषय है। जैसे निर्देश प्राप्त होंगे उसका पालन किया जाएगा। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.