इंदौर। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में आरटीओ ऑफिस में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम 2 महीने से ठप पड़ा हुआ है। 5000 से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस पेंडिंग चल रहे हैं। आवेदकों का कहना है कि ऐसी स्थिति में ट्रैफिक पुलिस को बिना ड्राइविंग लाइसेंस वाले चालान बंद कर देना चाहिए।
मध्यप्रदेश में इन दिनों सारे सरकारी काम प्राइवेट एजेंसियों को सौंप दिए गए हैं। ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम स्मार्ट चिप कंपनी को दे दिया गया है। कंपनी और डिपार्टमेंट के बीच क्या पंगा चल रहा है, इसमें पब्लिक का कोई इंटरेस्ट नहीं है। खबर यह है कि पिछले 2 महीने से काम तक पढ़ा हुआ है। आश्चर्यजनक बात यह है कि ड्राइविंग लाइसेंस के लिए एप्लीकेशन एक्सेप्ट किए जा रहे हैं। 2 महीने में 5000 एप्लीकेशन पेंडिंग हो गए हैं।
लाइसेंस नहीं दे सकते तो चालन बंद करो
प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि उन्होंने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई किया है। सारी प्रक्रिया पूरी हो गई है लेकिन लाइसेंस नहीं मिल रहा। प्रदीप का कहना है कि हमारे लिए आरटीओ ऑफिस और ट्रैफिक पुलिस दोनों मध्यप्रदेश शासन हैं। ड्राइविंग लाइसेंस नहीं दे सकते तो ट्रैफिक पुलिस से कहिए कि वह विदाउट ड्राइविंग लाइसेंस वाले चालान बनाना बंद कर दे। या फिर परिवहन विभाग की गलती के कारण हम लोगों के जितने भी चालन बनते हैं, उसका भुगतान आरटीओ ऑफिस से किया जाए। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.