इंदौर। यह बिल्कुल नया है। एक ऐसा भ्रष्टाचार, जिसे ऑडिट में पकड़ा ही नहीं जा सकता। एक सरकारी मकान का ₹500000 खर्च करके रिनोवेशन किया जा रहा है। कुछ समय बाद इसे तोड़ दिया जाएगा, क्योंकि यह मकान 100 साल पुराना है।
मामला सामने आ चुका है। आरोप स्वभाविक है और जांच अनिवार्य। किस्सा एमजीएम मेडिकल कॉलेज परिसर में बने हुए पुराने सरकारी मकानों का है। कॉलेज के डेवलपमेंट प्लान के अनुसार 100 साल पुराने मकानों को तोड़कर कुछ नए निर्माण करने हैं। इन मकानों में कॉलेज के सरकारी कर्मचारी रहते हैं। सभी को नए मकानों में शिफ्ट करना है।
डेवलपमेंट प्लान पर काम शुरू हो पाता इससे पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा इनमें से एक मकान का रिनोवेशन किया जा रहा है। बताया गया है कि इस पर ₹500000 खर्च किए जा रहे हैं। पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट के एसडीओ आरके सविता का कहना है कि जिन मकानों को तोड़ना है उस लिस्ट में यह मकान शामिल नहीं है। कॉलेज सूत्रों का कहना है कि 100 साल पुराने सभी मकान टूटने हैं।
आश्चर्यजनक बात यह है कि जब कॉलेज ने रिनोवेशन की डिमांड नहीं की तो फिर पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट इतना कृपालु हो गया है। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.