जबलपुर। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार शिव वित्त पोषित समाचार माध्यमों में किसानों की सफलता की कहानियां बड़े ही धूमधाम के साथ प्रकाशित/ प्रसारित हो रही हैं। कुंडा गांव के किसान राम पाटीदार की कहानी भी छपी थी। दिल्ली की एक संस्था ने उन्हें "कृषि भूषण" अवार्ड दिया था। कल सीबीआई की टीम आई और जबलपुर के "कृषि भूषण" को गिरफ्तार करके ले गई।
पहाड़ी पर लगाए हजारों पौधे
धामनोद के कुंडा गांव में आरोपी राम पाटीदार ने पहाड़ी पर हजारों पौधे लगाए थे। जिसमें जड़ी-बूटी के पौधे भी शामिल थे। लगभग 7 साल पहले किसान राम पाटीदार की सफलता की कहानियां छपी थी। टीवी पर इंटरव्यू हुए थे। उन्हें पर्यावरणविद कहा जाने लगा था। दिल्ली की एक संस्था ने उन्हें "कृषि भूषण" अवार्ड दिया था। 7 साल बाद राम पाटीदार एक बार फिर सुर्खियों में है। जिसे सम्मानित किया जा रहा था उसे सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।
कृषि भूषण से सम्मानित किसान राम पाटीदार को CBI ने क्यों गिरफ्तार किया
देशभर में सुर्खियां बटोरने के बाद किसान से पर्यावरणविद बने राम पाटीदार ने गुलझरा गांव में कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए धामनोद की बैंक पंजाब नेशनल से लोन लिया। भवन बनाने के लिए बैंक ऑफ इंडिया से लोन लिया गया। कुछ समय बाद लोन की किस्त चुकाना बंद कर दिया। 2016 में कोल्ड स्टोरेज में आग लग गई। बैंक ने अपने स्तर पर छानबीन की तो पता चला कि एक कोल्ड स्टोरेज के दो एड्रेस बता कर, 6 करोड रुपए का लोन लिया गया था।
CBI ने संज्ञान लेकर किया प्रकरण दर्ज
बैंक ने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी। 2017 में सीबीआई ने जांच शुरू की थी। 2018 में सीबीआई ने पाया कि बैंक ने गलत तरीके से लोन अप्रूव कर दिया था। किसान राम पाटीदार और उनके भांजे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। फरवरी 2022 में राम पाटीदार को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबलपुर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया JABALPUR NEWS पर क्लिक करें.