हमारा समयमान वेतनमान क्यों रोक लिया सरकार: मप्र शासकीय सेवक तकनीकी संगठन- Khula Khat

Bhopal Samachar
मध्यप्रदेश शासन द्वारा राज्य के सिविल सेवा के सदस्यों को सेवा में आगे बढ़ाने के निश्चित अवसर उपलब्ध कराये जाने हेतु आदेश प्रसारित किये गये है। यह योजना समयमान वेतनमान के रूप में जारी है। इस योजना में क्रमाशः 10-20 एवं 30 वर्ष पूर्ण करने पर प्रथम, द्वितीय तृतीय उच्च एवं उच्चत्तम पदोन्नति वेतनमान दिये जा रहें है।

जल संसाधन विभाग के सहायक मानचित्रकार एवं अनुरेखक को पदोन्नति वेतनमान का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन जल संसाधन विभाग के पत्र क्र 22-28/2008/पी-1/31 भोपाल, दिनांक 26.12.2008 एवं समसंख्या पत्र 13.01.2009 के द्वारा जल संसाधन विभाग द्वारा प्रस्ताव भेजकर जानकारी सामान्य प्रशासन एवं वित्त विभाग को प्रेषित की गई हेै। इसी प्रकार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा भी इन कर्मचारियों के संबंध में जानकारी वित्त एवं सामान्य प्रशासन को विभाग को भेजी जा चुकी हैं। शासन की ओर से अभी तक कोई आदेश जारी नहीं हुये हैं। 

वर्तमान मे सहायक मानचित्रकारों एवं अनुरेखक को उच्च पद का वेतनमान प्राप्त नही हो रहा है। जैसे कि सहायक मानचित्रकार को 10 वर्ष की सेवा उपरांत मानचित्रकार तथा 20 वर्ष की सेवा उपरांत सहायक यंत्री तथा 30 वर्ष की सेवा उपरांत कार्यपालन यंत्री का वेतनमान प्राप्त होना चाहिए। इसी प्रकार अनुरेखको का 30 वर्ष बाद सहायक यंत्री का वेतन प्राप्त होना चाहिए। इस संबध मे सभी एच.ओ.डी. द्वारा अनुशंसा की है। 

वर्तमान में इस संवर्ग के मानचित्रकार/उपयंत्री को उक्त अनुसार वेतन प्राप्त हो रहा है। यह स्थिति सहायक मानचित्रकारो एवं अनुरेखकों के लिये प्राकृतिक न्याय के प्रतिकूल प्रतीत होती है। अतः अनुरोध है कि जल संसाधन विभाग मे कार्यरत सहायक मानचित्रकार एंव अनुरेखको को दिये जा रहे समयमान वेतनमानो मे संशोधन करने का अनुरोध है। 
विनोद दरोठिया एवं समस्त तकनीकी सेवक गण जल संसाधन विभाग (म.प्र.) 
म.प्र.शासकीय सेवक तकनीकी संगठन

अस्वीकरण: खुला-खत एक ओपन प्लेटफार्म है। यहां मध्य प्रदेश के सभी जागरूक नागरिक सरकारी नीतियों की समीक्षा करते हैं। सुझाव देते हैं एवं समस्याओं की जानकारी देते हैं। पत्र लेखक के विचार उसके निजी होते हैं। इससे पूर्व प्रकाशित हुए खुले खत पढ़ने के लिए कृपया Khula Khat पर क्लिक करें. यदि आपके पास भी है कुछ ऐसा जो मध्य प्रदेश के हित में हो, तो कृपया लिख भेजिए हमारा ई-पता है:- editorbhopalsamachar@gmail.com

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