विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में सिरोंज जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी शोभित त्रिपाठी और कंप्यूटर ऑपरेटर जितेंद्र शर्मा एवं योगेंद्र साहू को मध्यप्रदेश शासन की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। मामला कन्यादान योजना में घोटाले का है। गिरफ्तार किए गए सीईओ शोभित त्रिपाठी प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव के साढू भाई है।
जनपद CEO त्रिपाठी सहित दोनों कंप्यूटर ऑपरेटरों को कोर्ट ने जेल भेजा
MP EOW के TI मनीष राय ने बताया कि उनकी टीम ने निलंबित सीईओ शोभित त्रिपाठी और कम्प्यूटर आपरेटर जितेंद्र शर्मा को भोपाल से और एक अन्य आरोपित कम्प्यूटर आपरेटर योगेंद्र साहू को सिरोंज से गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 420, 467, 468 एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण कायम किया गया है। तीनों आरोपितों को गुरुवार को ही विदिशा के विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें विशेष सत्र न्यायाधीश आत्माराम टाक ने जेल भेजने के आदेश जारी कर दिया। न्यायालय में सीईओ त्रिपाठी और आपरेटर योगेंद्र साहू की ओर से जमानत याचिका पेश की गई थी, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।
इस मामले के विसलब्लोअर भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं सिरोंज से विधायक उमाकांत शर्मा हैं। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में प्रश्न काल के दौरान शर्मा ने कहा था कि कोरोना काल में सिरोंज जनपद में 5976 विवाह होना बताकर 30 करोड़ 18 लाख रुपये का फर्जी भुगतान किया गया। विधायक शर्मा ने दावा किया था कि लॉकडाउन के समय इतनी बड़ी संख्या में विवाह संभव ही नहीं है।
इसके जवाब में श्रम मंत्री बृजेंद्र सिंह ने भी स्वीकारा था कि सरकार को सिरोंज जनपद में विवाह सहायता योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है। सिरोंज विधायक द्वारा यह मामला उठाए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने भी चिंता जाहिर की थी। इसी के बाद श्रम विभाग की टीम ने इस मामले की जांच की थी। जांच में दोषी पाए जाने पर पिछले माह जनपद सीईओ को निलंबित कर दिया गया था। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.