ग्वालियर। जय विलास पैलेस से श्यामला हिल्स तक की यात्रा पिछले 33 साल से पूरी नहीं हो पाई है, लेकिन इस बार उम्मीद के बादल बंधते जा रहे हैं। पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद मिला है।
मंगलवार दिनांक 22 फरवरी 2022 ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर में चल रहे पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव में जैन संतों से आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। यहां उन्होंने मुनिश्री विजयेश सागर और विहर्ष सागर से आशीर्वाद लिया। इसी दौरान मुनि विजयेश सागर ने कहा कि यहां चर्चा होती है कि हो सकता है कुछ दिन बाद सिंधिया जी को आप मुख्यमंत्री के रूप में देखें। उनके यह बात बोलते ही वहां सिंधिया समर्थकों ने जयकारे लगाने शुरू कर दिए।
मुख्यमंत्री की कुर्सी- सिंधिया परिवार का 33 साल पुराना सपना
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी, ग्वालियर के सिंधिया परिवार का 33 साल पुराना सपना है। सन 1989 में जब चुरहट लॉटरी कांड के कारण अर्जुन सिंह को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा, तब राजीव गांधी ने अपने मित्र माधवराव सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। उन्होंने माधवराव सिंधिया को दिल्ली से भोपाल भेज दिया था, परंतु कांग्रेस पार्टी में उनके खिलाफ इस कदर लामबंदी हुई कि राजीव गांधी भी कुछ नहीं कर पाए।
इस घटनाक्रम के ठीक 29 साल बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी कुछ ऐसा ही घटनाक्रम हुआ। राहुल गांधी के भरोसे ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दिल्ली से भोपाल आ गए थे परंतु मुख्यमंत्री निवास तो दूर की बात उन्हें एक सरकारी आवास तक नहीं मिला। 33 साल बाद, इस बार आशीर्वाद मिला है। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.