ग्वालियर। प्राइवेट अस्पताल संचालक दावा करते हैं कि उनके पास सरकारी अस्पतालों से ज्यादा बेहतर सुविधाएं हैं और उनके डॉक्टर सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों से ज्यादा अच्छा इलाज करते हैं, लेकिन ग्वालियर कमिश्नर ने आज शिवपुरी के प्राइवेट अस्पतालों की पोल खोल दी।
ग्वालियर कमिश्नर ने बताया कि शिवपुरी जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों की टीम ने बालक कृष जाटव के गले में फंसे सिक्के को ऑपरेशन कर बाहर निकाला जबकि शिवपुरी के सभी प्राइवेट अस्पतालों ने सिक्का निकालने से मना कर दिया था। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं सभी चिकित्सक बंधुओं का इस पुनीत कार्य के लिए अभिनंदन करता हूं। आप ऐसे ही निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य स्तंभ का मजबूत आधार बने रहें,यही शुभकामनाएं!
डॉ अभिषेक गोयल ने मात्र 10 मिनट में सिक्का निकाल दिया
ग्वालियर के कमिश्नर कार्यालय से बताया गया कि शिवपुरी निवासी 7 वर्षीय बालक कृष जाटव ने शाम को खेलते वक्त एक सिक्का गले में निगल लिया था जिसके बाद वह लगातार उल्टियां कर रहा था और उसको बहुत घबराहट हो रही थी कृष यादव के पिता मटकन जाटव ने शिवपुरी के सारे प्राइवेट अस्पतालों में दिखाने के बाद उनको केवल निराशा हाथ लगी। सभी प्राइवेट अस्पतालों ने सिक्का निकालने से मना कर दिया था कि हमारे यहां ये ऑपरेशन नहीं हो पाएगा क्योंकि सिक्का बहुत नीचे पहुंच चुका है।
सरकारी अस्पताल में सुबह OT में डॉ बबीता तोमर ने हल्का सा एनेस्थीसिया दिया एवं नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक गोयल ने दूरबीन द्वारा बिना किसी चीरा के सिक्का बाहर निकाल दिया और यह प्रक्रिया करने में मात्र 10 मिनट का समय लगा। अभी बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है और उसकी छुट्टी भी कर दी गई है।
जब सारे प्राइवेट अस्पताल बच्चे को तकलीफ से राहत नहीं दिला पाए तो जिला चिकित्सालय की टीम ने सफलतापूर्वक बच्चे के गले से सिक्के को बाहर निकाला एवं उसको परेशानी से निजात दिलाई। डॉ अभिषेक गोयल ने बताया कि अब जिला चिकित्सालय में नाक कान गले के सारे ऑपरेशन उपलब्ध हैं। शिवपुरी शहर की जनता इसका अवश्य लाभ लें। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.