ग्वालियर। पंचकल्याणक के लिए ग्वालियर में उपस्थित जैन मुनि श्री विहर्ष सागर जी महाराज द्वारा ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद देने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई। दैनिक भास्कर को सेवाएं दे रहे ग्वालियर के पत्रकार श्री रामेंद्र परिहार ने इस विषय पर उनसे बातचीत की। पढ़िए जैन मुनि ने क्या बताया:-
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में जैन मुनि का गणित क्या है, पढ़िए
विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि सिंधिया जी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए। चाहे जो कारण रहा हो, लेकिन यहां उन्हें बड़ा पद और सम्मान मिला। BJP को सत्ता में काफी समय हो गया है। जनता कई बार एक ही चेहरा देख-देखकर टेस्ट बदलने लगती है। सिंधिया का भोपाल से पुराना टच है, इसलिए हो सकता है हाईकमान उनको सीएम बना दे। मैंने अपने गणित के आधार पर उनको आशीर्वाद दिया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के सीएम बनने से क्या होगा: जैन मुनि ने बताया
जैन मुनि ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया सीएम बनते हैं, तो प्रदेश का विकास होगा। ग्वालियर का विकास होगा, गोपाचल पर्वत का विकास होगा। उद्योग लगेंगे, फैक्ट्रियां लगेंगी। जब रोजगार मिलेगा, तो लोग टैक्स देंगे। जनता-सरकार दोनों के पास पैसा और धर्म होगा। प्रदेश अन्य विकासशील प्रदेशों की दौड़ में रहेगा। मध्यप्रदेश वैसे भी संतों का प्रदेश माना जाता है। ऐसे में धर्म का विकास होगा।
जैनमुनि विहर्ष सागर, सन्यास से पूर्व का परिचय
जैन मुनि विहर्ष सागर का जन्म 7 मार्च 1970 को बीना सागर (मध्य प्रदेश) में हुआ। मित्र और परिवार के सदस्य उन्हें बंटी भैया कहते थे। बचपन में शरारतों के लिए प्रसिद्ध थे। वह 12वीं तक पढ़े हैं। 21 वर्ष की आयु में बंटी भैया आचार्य वीरसागर महाराज के संपर्क में आए। इसके बाद सब कुछ बदल गया। किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह शरारती बच्चा पूजित जैन संत में से एक बन जाएगा। मुनिश्री अपने आध्यात्मिक विचारों को फैला रहे हैं। लोगों के जीवन को बदलने का श्रेय मुनिश्री को जाता है। उन्होंने "जियो और जीने दो" के एक आदर्श वाक्य के साथ शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित किया है। हंसमुख स्वभाव के हैं। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.