भोपाल। मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले में सीबीआई पर मामले को खत्म करने और माफिया को बचाने के आरोप लगते रहे हैं लेकिन आज सीबीआई ने एक नई चार्जशीट प्रस्तुत कर दी है। सीबीआई के आरोपपत्र में चिरायु, पीपुल्स एवं इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के संचालकों को आरोपी बनाया गया है।
MP PMT 2012 SCAM- 16 मेडिकल कॉलेजों के संचालक आरोपी
मध्य प्रदेश पीएमटी परीक्षा 2012 घोटाला मामले में सीबीआई ने गुरुवार दिनांक 17 फरवरी 2022 को जो आरोप पत्र दाखिल किया है उसमें 16 मेडिकल कॉलेज के संचालकों के नाम है। इसमें व्यापम के एक पूर्व परीक्षा नियंत्रक और दो DME के नाम भी शामिल हैं। सीबीआई ने दावा किया है कि यह सभी लोग इंजन और बोगी सिस्टम से नकल कराते थे। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 22 फरवरी से 12 मार्च के बीच हाजिर होने का आदेश जारी किया है।
मध्य प्रदेश व्यापम घोटाला क्या है संक्षिप्त में
व्यवसायिक परीक्षा मंडल (जिसका घोटाले के कारण नाम बदलकर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड कर दिया गया है) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में आपराधिक तरीकों को अपनाकर अयोग्य उम्मीदवारों को भर्ती एवं प्रवेश परीक्षाओं में पास कराया गया था। इनमें MPPMT भी शामिल है जिसके माध्यम से मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश मिलता था। इंदौर क्राइम ब्रांच ने इस मामले में सबसे पहली FIR दर्ज की थी। सन 2013 में मध्य प्रदेश के कई थानों में मामले दर्ज होने के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने SIT का गठन किया।
इस घोटाले में कई मंत्रियों, प्रभावशाली नेताओं, मुख्यमंत्री कार्यालय के संपर्क में रहने वाले बड़े पत्रकारों और नौकरशाहों के नाम सामने आए थे। जैसे-जैसे मामले का खुलासा होना शुरू हुआ, घोटाले से संबंधित लोगों की संदिग्ध मृत्यु शुरू हो गई थी। देशभर में हंगामे के बाद इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। उसके बाद कोई नया खुलासा नहीं हुआ। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.