कड़कड़ाती ठंड, कभी बारिश तो कभी बादलों ने जिंदगी को सीमित कर दिया था। मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तरायण होने के बाद दिनांक 17 फरवरी 2022 से फाल्गुन का महीना शुरु हो गया है। यह महीना आनंद और उल्लास का महीना कहा जाता है। सिर्फ मौसम ही नहीं बदलता बल्कि प्रकृति खिल उठती है।
भगवान कृष्ण और रुकमणी की उपासना का महीना है
ज्योतिर्विद राजेश चौबे के अनुसार, फाल्गुन माह में भगवान कृष्ण और देवी रुक्मणी की उपासना का भी महत्व माना गया है। माह की शुरुआत के साथ आराध्य को लगने वाले भोग में भी बदलाव होगा। माघ माह में जहां भोग में तिल के व्यंजनों का विशेष महत्व था, वही इसमें मेवे-मिष्ठान्न और फलों का विशेष महत्व माना जाता है।
फाल्गुन के महीने के प्रमुख व्रत एवं त्यौहार
- श्रीगणेश चतुर्थी - 20 फरवरी
- सीता अष्टमी - 24 फरवरी
- विजया एकादशी - 26 फरवरी
- महाशिवरात्रि - 1 मार्च
- फाल्गुन अमावस्या - 2 मार्च
- फुलेरा दूज - 4 मार्च
- होलाष्टक - 10 मार्च से
- आमलकी एकादशी - 14 मार्च
- होलिका दहन - 17 मार्च
- धुलेंडी व चैतन्य महाप्रभु की जयंती - 18 मार्च