भोपाल। RKDF UNIVERSITY BHOPAL एक बार फिर सुर्खियों में है। हैदराबाद पुलिस ने चेतन सिंह नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है। युवक ने बताया है कि वह आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर है। पुलिस ने उसे फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार किया है।
हैदराबाद पुलिस सिटी कमिश्नर सीवी आनंद ने प्रेस को बताया कि फर्जी डिग्री सर्टिफिकेट मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सिटी कमिश्नर का दावा है कि चेतन सिंह ने उन्हें बताया है कि आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी के टॉप पोजीशन वाले लोग इस खेल को संचालित करते हैं। चेतन सिंह का कहना है कि उसे तो केवल 10% कमीशन मिलता है। सारा पैसा ऊपर वाले रख लेते हैं। हैदराबाद पुलिस ने दावा किया कि 29 फर्जी डिग्रियों के मामले में चेतन सिंह का नाम सामने आया है।
हैदराबाद पुलिस सिटी कमिश्नर ने बताया कि यह कार्रवाई हैदराबाद पुलिस कमिश्नर की टास्क फोर्स, नॉर्थ जोन टीम ने भोपाल पुलिस के साथ मिलकर की है। पुलिस टीम ने आसिफ नगर पुलिस थाना हैदराबाद के मेहदीपटनम में छापा मारकर रैकेट के सदस्यों को पकड़ा था। उनकी निशानदेही पर भोपाल से प्रोफेसर को गिरफ्तार किया गया।
हैदराबाद पुलिस के मुताबिक गुंटी महेश्वर राव और अंचा श्रीकांत रेड्डी मेहदीपटनम, हैदराबाद में प्राइड एजुकेशन एकेडमी के नाम से कंसल्टेंसी फर्म खोल रखा था। इसका जुड़ाव भोपाल की सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी (RKDF), सागर की स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी से था। आरोपी इन्हीं यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री सर्टिफिकेट बनवाकर छात्रों को देते हैं। गुंटी महेशवर राव और अंचा श्रीकांत रेड्डी ने आरकेडीएफ के असिस्टेंट प्रोफेसर केतन सिंह के साथ मिलकर सभी शैक्षणिक संस्थानों के साथ लिंक बनाए। इसके बाद रैकेट फर्जी सर्टिफिकेट बेचने लगे। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.