इंदौर। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सूचना का अधिकार मामले में कलेक्टर श्री मनीष सिंह एवं सूचना श्री राहुल सिंह आयुक्त आमने सामने आ गए हैं। कलेक्टर ने आरटीआई एक्टिविस्ट संजय मिश्रा के खिलाफ FIR के निर्देश दिए हैं तो वही सूचना आयुक्त ने कहा है कि FIR कराओ लेकिन वह जानकारी भी सार्वजनिक करो जिसके कारण अधिकारियों को ब्लैकमेल किया जा रहा है।
भोपाल कलेक्टर ने RTI एक्टिविस्ट संजय मिश्रा के खिलाफ FIR के निर्देश दिए
कलेक्टर कार्यालय की ओर से सूचना दी गई थी कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने आज टील बैठक में आरटीआई एक्टिविज्म के नाम पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डरा धमका कर, ब्लैकमेलिंग करने और वसूली करने वाले व्यक्ति संजय मिश्रा के विरुद्ध एक्सटोर्शन की एफआईआर कराने के निर्देश अपर कलेक्टर श्री अभय बेडेकर को दिए।
वह कौन सी जानकारी है जिसके कारण अधिकारी ब्लैकमेल हो रहे हैं: सूचना आयुक्त
ब्लैकमेल करना अपराधिक कृत्य। कार्रवाई होनी चाहिए। पर साथ में RTI की जिस जानकारी के लिए ब्लैकमेल किया जा रहा है उस जानकारी को प्रशासनिक पारदर्शिता के मापदंड के तहत पब्लिक प्लेटफॉर्म पर डाल देना चाहिए। क्योंकि सवाल अक्सर यह भी उठते हैं कि ब्लैकमेल किस किस्म के अधिकारी होते हैं।
ब्लैकमेल करना अपराधिक कृत्य। कार्रवाई होनी चाहिए। पर साथ में RTI की जिस जानकारी के लिए ब्लैकमेल किया जा रहा है उस जानकारी को प्रशासनिक पारदर्शिता के मापदंड के तहत पब्लिक प्लेटफॉर्म पर डाल देना चाहिए। क्योंकि सवाल अक्सर यह भी उठते हैं कि ब्लैकमेल किस किस्म के अधिकारी होते हैं। https://t.co/hCUI7YgEzd
— Rahul Singh 🇮🇳 (@rahulreports) February 21, 2022
बेईमानों की लड़ाई में कानून का दुरुपयोग
एडवोकेट अजय गौतम का कहना है कि विवाद का कारण कौन सी सूचना है, इसकी जानकारी मिलने के बाद ही उचित प्रतिक्रिया दी जा सकती है लेकिन ज्यादातर ऐसे मामलों में बेईमानों की लड़ाई में कानून का दुरुपयोग होता है। सूचना का अधिकार आम जनता के हित में उपयोग करने के लिए कानून बनाया गया है। यदि कोई सूचना प्राप्त करके उसका उपयोग अपने हित में करता है तो यह बेईमानी है, और यदि कोई भ्रष्ट अधिकारी अपने भ्रष्टाचार की जानकारी छुपाने के लिए आरटीआई एक्टिविस्ट पर FIR दर्ज कराता है तो यह भी बेईमानी है।
यदि अधिकारी ईमानदार है तो वह FIR में उस जानकारी का भी जिक्र करें जिसके कारण उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है और यदि आरटीआई एक्टिविस्ट ईमानदार है तो वह, भी उस जानकारी को सार्वजनिक करें जो उसके द्वारा मांगी गई है। भले ही उसे प्राप्त हुई हो या नहीं, लेकिन लोगों को पता चलना चाहिए कि उसने क्या जानकारी मांगी थी। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.