ग्वालियर। सब इंस्पेक्टर दीपक गौतम पर जानलेवा हमले के मामले को कलेक्टर के आदेशानुसार काम करने वाले जनसंपर्क विभाग द्वारा जोर देकर दुर्घटना बताया गया था लेकिन एसएसपी अमित सांघी ने आईपीसी की धारा 307 (हत्या के प्रयास) के तहत मामला दर्ज करने के आदेश दिए और 5 कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार करवा कर जेल भिजवाया। शेष नेताओं की तलाश जारी है।
उल्लेखनीय है कि ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के आदेशानुसार हजीरा स्थित 70 साल पुरानी सब्जी मंडी को इंटक मैदान में शिफ्ट किया जा रहा था। इस कार्रवाई से पहले सब्जी विक्रेताओं को विश्वास में नहीं लिया गया। नतीजा प्रशासन की कार्रवाई का जबरदस्त विरोध हुआ। प्रशासन के निर्देशानुसार एक कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया गया। इसके कारण विरोध और भड़क गया। कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला फूंका और जब नियम विरुद्ध पुतला दहन को रोकने के लिए सब इंस्पेक्टर दीपक गौतम आगे बढ़े तो उन पर मुख्यमंत्री का जलता हुआ पुतला फेंक दिया गया। इसके कारण वह 45% झुलस गए थे।
कलेक्टर कार्यालय में हत्या के प्रयास को हादसा बताया था
इस घटना के बाद कलेक्टर के आदेश अनुसार प्रेस को जानकारी देने के लिए अधिकृत जनसंपर्क विभाग द्वारा इस मामले को दुर्घटना बताया था। प्रेस को भेजी गई जानकारी में तीन बार दुर्घटना शब्द का उपयोग किया गया था। (यहां पढ़ें)
ग्वालियर पुलिस द्वारा इस मामले में 6 नामजद कांग्रेस नेताओं सहित 12 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया और शाम को ही पुलिस ने पांच आरोपितों को दबोच भी लिया। पकड़े गए आरोपितों में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव, आकाश तोमर, अभिमन्यु पुरोहित, घनश्याम गुडसेले, अनीष खान है। इन पांचों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ की और मंगलवार दोपहर बाद न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपितों को जेल भेज दिया।
ग्वालियर पुलिस को कांग्रेस नेता सचिन भदौरिया की तलाश
मामले में सचिन भदौरिया को भी नामजद किया गया है। पुलिस ने सोमवार को भी सचिन भदौरिया को तलाश किया और मंगलवार को भी लगातार उसकी तलाश की। लेकिन सचिन पुलिस के हाथ नहीं लगा है। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.