पिछले कुछ सालों में सारी दुनिया में तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है। लॉक डाउन की परेशानी और कोरोनावायरस का डर, कई लोगों के भीतर नई बीमारियों का कारण बन रहा है। इन दिनों तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाओं से संबंधित समाचार कुछ इस तरह से प्रस्तुत किए जा रहे हैं जो बैक ऑफ माइंड को प्रभावित करते हैं और स्ट्रेस बढ़ाते हैं। सामाजिक ताना-बाना बिगड़ गया है। जॉइंट फैमिली वाला सपोर्ट भी नहीं है। ऐसी स्थिति में तनाव मुक्त होने के लिए कुछ नया करने की जरूरत है।
Non-sleep deep rest क्या होता है
NSDR (नाॅन-स्लीप डीप रेस्ट) एक ऐसा तरीका है जो प्राचीन वैदिक पद्धति से प्रेरित है लेकिन कुछ नई तरीके से प्रस्तुत किया गया है। भारत के शास्त्रों में इसे योग निद्रा कहते हैं। वर्तमान में स्टैनफोर्ड न्यूरोसाइंस के प्रो. एंड्रयू ह्यूबरमैन ने स्वयं को NSDR का जनक बताया है, क्योंकि यह योग निद्रा पर आधारित है अतः निश्चित रूप से प्रभावशाली है और सारी दुनिया में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी तनाव से मुक्ति के लिए NSDR करते हैं।
NSDR में क्या करना होता है
NSDR में व्यक्ति आंख बंद कर बिस्तर या जमीन पर लेट जाता है। फिर किसी एक चीज पर अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करता है। ह्यूबरमैन के मुताबिक, एनएसडीआर लोगों को आराम करने, अधिक आसानी से सोने, तनाव और चिंता को कम करने, दर्द को कम करने और यहां तक कि सीखने में तेजी लाने में मदद कर सकता है। यह टेक्नीक एक तरह से योगनिद्रा जैसा है। प्राचीन काल में सबसे पहले ऋग्वेद में इसका जिक्र मिलता है। वहीं उपनिषदों में भी इसका उल्लेख है।
NSDR Non-sleep deep rest कैसे किया जाता है
स्टेप-1: किसी शांत और कम रोशनी वाले स्थान पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। शरीर को पूरी तरह ढीला छोड़ दें। हथेलियां खोलकर आसमान की तरफ रखें।
स्टेप-2: गहरी सांस लें। फिर सामान्य सांस लेते हुए ध्यान दाहिने पैर के पंजे पर केंद्रित करें। इस दौरान मन में बेतरतीब ख्याल आएं तो उन्हें रोकने की कोशिश न करें।
स्टेप-3: अब अपना ध्यान पंजे से घुटने, फिर जांघ पर लाएं। यही प्रक्रिया बाएं पैर के साथ दोहराएं। ऐसे करते-करते गले, छाती आदि पर ध्यान केंद्रित करें।
स्टेप-4: गहरी सांस लें और कुछ देर इसी स्थिति में लेटे रहें। अब ध्यान आसपास के वातावरण पर ले जाएं और दाहिनी करवट लेकर बायीं नासिका से सांस छोड़ें।
स्टेप-5: ऐसा करने से शारीरिक तापमान गिरेगा। थोड़ी देर बाद धीरे से उठकर बैठ जाएं और धीरे-धीरे ही अपनी आंखें खोलें। इस पूरी प्रक्रिया में 10-15 मिनट लगेंगे।