सन 2022 में चैत्र नवरात्रि दिनांक 2 अप्रैल से प्रारंभ हो रही है। इस बार किसी भी तिथि का क्षय नहीं है अतः 9 दिनों तक माता के नौ रूपों का पूजन होगा। विशेष बात यह है कि नवरात्रि का प्रारंभ शनिवार से हो रहा है। शनि देव के चमत्कार दिखाई देंगे। नवरात्रि के 9 दिनों में कई राजाओं (व्यापारियों और नेताओं) का उदय होगा।
चैत्र नवरात्रि 2022- माता के भक्तों को सफलता का शिखर प्राप्त होगा
श्री तिरुपति बालाजी ज्योतिष एवं अनुसंधान केंद्र के विशेषज्ञ डॉ आरएस कश्यप के अनुसार भारतीय नव वर्ष एवं चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ शनिवार को हो रहा है। शनि देव मकर राशि में मंगल के साथ विराजमान होंगे। यह योग भारतवर्ष के पराक्रम में वृद्धि करेगा। यह एक सिद्धि कारक योग है। विधिपूर्वक व्रत, उपवास एवं पूजा करने वाले साधनों को चमत्कारी परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। उन्हें सफलता का वह शिखर प्राप्त हो सकता है, जिसकी वह मनोकामना भी नहीं करते।
चैत्र नवरात्रि 2022- प्रारंभ किया गया हर कार्य सफल होगा
मीन राशि में सूर्य के साथ बुध होने से बुधादित्य योग बन रहा है। अतः इन 9 दिनों में जो भी काम किया जाएगा वह भगवान सूर्य की कृपा से निरंतर प्रगति करेगा और सफलता का क्रम भले ही धीमा रहे परंतु अनंत काल तक स्थाई बना रहेगा। यह विशेष देव योग है, कि इस साल नवरात्रि में रवि पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, नवरात्रि के प्रभाव को और बढ़ाएंगे। सर्वार्थ सिद्धि योग का संबंध लक्ष्मी से है। इस योग में कार्य करने से कार्यों की सिद्धि होती है। वही रवि योग समस्त दोषों को नष्ट करने वाला माना जाता है। इसमें किया गया कार्य हमेशा फलीभूत होता है।
घट स्थापना मुहूर्तः 2 अप्रैल सुबह 6:10 से 8:31 तक यानी 2 घंटा 21 मिनट का समय घटस्थापना के लिए शुभ व श्रेष्ठ रहेगा। वही अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 से लेकर 12:50 तक होगा। ज्योतिष एवं धर्म से संबंधित समाचार और आलेखों के लिए कृपया religious news पर क्लिक करें.