भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुरानी पेंशन की मांग करने प्रदेश भर से आ रहे कर्मचारियों को भोपाल पुलिस ने शहर की सीमा के भीतर प्रवेश करने से रोक दिया। इसके अलावा कोर्ट परिसर के पास धरना प्रदर्शन के लिए जो टेंट लगाया गया था, उसे भी हटा दिया गया है।
भोपाल में कर्मचारियों के प्रदर्शन की अनुमति अचानक निरस्त कर दी
पुरानी पेंशन बहाली महासंघ एवं प्रगतिशील संयुक्त कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले राजधानी भोपाल में धरना प्रदर्शन होने वाला था। प्रांतीय संयुक्त सचिव जितेंद्र कुमार खरे ने बताया, रात में 2 बजे प्रशासन ने टेंट लगाने से रोक दिया है। 13 मार्च को भोपाल के कलियासोत ग्राउंड पर भी मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा पुरानी पेंशन की मांग को लेकर ही धरना देने वाला था, लेकिन इससे पहले पुलिस ने अनुमति निरस्त कर दी थी। इसके बाद कोर्ट के पास धरना होने वाला था।
क्यों निरस्त की गई कर्मचारियों की अनुमति
डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सुरक्षा एवं गुप्त वार्ता भोपाल शहर के ऑफिस से जारी पत्र के अनुसार जितेंद्र सिंह एवं संदीप कुमार जैन राष्ट्रीय पेंशन योजना बहाली संगठन मध्य प्रदेश द्वारा मात्र 5000 लोगों के लिए अनुमति मांगी गई थी परंतु इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 25000 कर्मचारियों के आने की संभावना है। इसलिए अनुमति निरस्त कर दी गई।
राजधानी में प्रदर्शन किया तो FIR दर्ज की जाएगी: पुलिस ने कर्मचारियों से कहा
कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें भोपाल में प्रवेश करने से रोक दिया गया। बताया है कि उनकी अनुमति निरस्त कर दी गई है। यदि इसके बाद भी कोई राजधानी में धरना प्रदर्शन करता है तो उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी। उल्लेखनीय है कि पुरानी पेंशन के मामले में वित्त मंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि इस पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। इस बयान के बाद कर्मचारी नाराज हो गए थे। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.