भोपाल। होली के त्यौहार के दिन भोपाल शहर में नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ नारेबाजी हो गई क्योंकि भोपाल में पारंपरिक होली उत्सव के स्थान पर नगर निगम द्वारा पानी के टैंकर नहीं भेजे गए थे। उत्सव में शामिल होने आए नागरिक, जब नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ धरने पर बैठे तब पानी के टैंकर भेजे गए। इसके अलावा राजधानी में मुख्यमंत्री निवास में दूसरी सबसे बड़ी होली हुई। यहां सीएम शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह सब कुछ भूलकर होली के रंग में रंग गए। तमाम छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं और कर्मचारियों के साथ दोनों ने जमकर होली खेली।
भोपाल के पुराने शहर क्षेत्र में होली का पारंपरिक उत्सव मनाया जाता है। हजारों लोग एकत्रित होते हैं और जुलूस निकाला जाता है। इस दौरान पुलिस एवं प्रशासन की तरफ से सभी आवश्यक इंतजाम किए जाते हैं। होली का उत्सव होता है इसलिए नगर निगम की तरफ से पानी के टैंकर भेजे जाते हैं। नगर निगम के पानी के टैंकर उत्सव प्रारंभ होने के समय के पहले ही पहुंच जाते हैं लेकिन इस बार लोगों के जमा हो जाने के बाद भी नगर निगम के टैंकर नहीं आए।
जब नगर निगम की लापरवाही के कारण उत्सव में विघ्न पैदा हो गया तो आयोजकों सहित होली मनाने आए नागरिक भी नाराज हो गए। उत्सव मनाने के बजाय धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ नारेबाजी होने लगी। स्थिति को बिगड़ते हुए देख तत्काल फायर बिग्रेड और नगर निगम की तरफ से पानी के टैंकर भेजे गए। क्योंकि होली का त्यौहार था, फायर बिग्रेड से पानी की बरसात शुरू हुई तो लोग सब कुछ भूल कर होली के हुड़दंग में मस्त हो गए। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।