भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नरसंहार संग्रहालय के प्रस्ताव के लिए फिल्म मेकर विवेक अग्निहोत्री की निंदा की जा रही है और उनके प्रस्ताव को मंजूरी की घोषणा करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विरोध शुरू हो गया है। इसके साथ ही इस प्रस्ताव का विरोध करने वालों का विरोध और प्रस्ताव का समर्थन भी शुरू हो गया है। फिलहाल लोग सोशल मीडिया पर अपनी अभिव्यक्ति, व्यक्त कर रहे हैं:-
न्यूज़ नेशन के पत्रकार नितेंद्र शर्मा का कहना है कि भोपाल की पहचान भारत भवन, ट्राइबल म्यूज़ियम, तालाबों से है। यह गंगा जमुनी तहज़ीब वाला शहर है। हमें नरसंहार संग्रहालय (genocide museum) नहीं चाहिये। उनके इस बयान का कई लोगों ने समर्थन किया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इस विचार का समर्थन करते हुए नरसंहार संग्रहालय का विरोध किया है, लेकिन दूसरी तरफ इस संग्रहालय के समर्थन में भी उतनी ही आवाज बुलंद की जा रही है।
लोगों का कहना है कि जिस भोपाल में दुनिया की सबसे बड़ी गैस त्रासदी हुई हो वहां पर नरसंहार संग्रहालय बनाया जाना जरूरी है। जनता को हमेशा याद रखना चाहिए कि किस तरह के लोगों से सावधान रहें। औद्योगिकीकरण के नाम पर जो नेता, आम जनता की जान से खिलवाड़ करते हैं, उनसे बचकर रहें। कुल मिलाकर वर्षों पहले अपने पिता और भोपाल को छोड़कर गए विवेक अग्निहोत्री ने वापस लौट कर भोपाल में वैचारिक मतभेद को लामबंदी का मौका दे दिया। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।
BIG ANNOUNCEMENT:
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 25, 2022
Our @i_ambuddha Foundation & @kp_global were working to build a Genocide Museum. Today, when I requested @ChouhanShivraj ji about it, he instantly granted land & logistical support. This will be fully funded by us & the people. It will be a symbol of Humanity. pic.twitter.com/87EQJfoBCR