भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की 77वीं जयंती के अवसर पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। पिछले 1 साल में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने माधवराव सिंधिया को काफी शिद्दत से याद किया है। प्रसंग वश कहना ही होगा कि सिंधिया को इतना सम्मान यदि पहले मिल जाता तो मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार ना गिरती।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा कार्यक्रम की सूचना
मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता कार्यक्रम समन्वयक आनंद तारण ने बताया कि गुरूवार, 10 मार्च को दोपहर 01 बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया की 77 वीं जयंती पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेसजन स्व. सिंधिया जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। श्री तारण ने कांग्रेसजनों ने कार्यक्रम में उपस्थित होने का आग्रह किया है।
सिंधिया परिवार और कांग्रेस पार्टी- रिश्ते कम किस्से ज्यादा
पूरी किताब लिखी जा सकती है लेकिन इन शार्ट बात करें तो सिंधिया परिवार और कांग्रेस पार्टी के बीच रिश्ते कम किस्से कहानियां ज्यादा है। सवाल तो उठता ही है कि :-
- यदि राजीव गांधी सचमुच चाहते थे तो माधवराव सिंधिया को मुख्यमंत्री पद से कौन रोक सकता था।
- क्या माधवराव सिंधिया को दबाव में बनाए रखने के लिए दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं को अतिरिक्त महत्व नहीं दिया गया।
- यदि सोनिया गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए अपने दरवाजे बंद नहीं करतीं, तो क्या कमलनाथ में हिम्मत थी जो वह ज्योतिरादित्य सिंधिया का मजाक उड़ाते। क्योंकि कमलनाथ का तो पूरा वजूद ही गांधी परिवार है।
- और अंत में क्या राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी में इतनी भी नहीं चलती कि वह नाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया को मनाने के लिए कमलनाथ को कुछ समय चुप रहने के लिए बोल पाते।