ग्वालियर। थाटीपुर में सरकारी जमीन पर बने 50 प्राइवेट डुप्लेक्स के मामले में लोकायुक्त पुलिस की जांच का रुख बदल गया है। इस मामले में रिश्वत वसूली के आरोप में सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा की गिरफ्तारी के बाद नगर निगम के कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर लोकायुक्त पुलिस की जांच की जद में आ गए हैं।
सुरेश नगर में बने 50 डुप्लेक्स में से प्रत्येक की कीमत और सच्चा ₹4000000 है। इस हिसाब से यह मामला ₹200000000 का हो जाता है। सूत्रों का कहना है कि भूमाफिया ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ मिलकर सरकारी जमीन पर प्राइवेट डुप्लेक्स तान दिए और उनकी बिक्री भी कर दी। सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा को जब इसका पता चला तो वह भी अपने हिस्से की रिश्वत वसूलने के लिए JCB लेकर पहुंच गए थे।
निगम सूत्रों का कहना है कि सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा की इस हरकत को, सिंडिकेट के खिलाफ बगावत माना गया और उन्हें लोकायुक्त में शिकायत करके गिरफ्तार करवा दिया गया, लेकिन अब कहानी में एक नया मोड़ आ गया है। पूरे मामले की शुरुआत से जांच हो रही है। लोकायुक्त पुलिस के भोपाल हेड क्वार्टर द्वारा नगर निगम के कमिश्नर वेद प्रकाश शर्मा एवं डिप्टी कमिश्नर संदीप माकन को तलब किया गया था। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.