ग्वालियर। मध्य प्रदेश में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी काफी पावरफुल है। ग्रामीण क्षेत्रों में वसूली पर जाने वाले जूनियर अधिकारी के सिक्योरिटी गार्ड आर्मी की वर्दी में जाते हैं। किसी की मोटर, किसी का ट्रैक्टर उठा लाते हैं लेकिन ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के विधानसभा क्षेत्र में कंपनी और उसका कानून दोनों लाचार नजर आते हैं। ग्वालियर शहर में बकाया तारों की सबसे बड़ी संख्या प्रद्युम्न सिंह तोमर के विधानसभा क्षेत्र में है। मंत्री जी, पूरे प्रदेश में वसूली का डंडा चला रहे हैं लेकिन अपनी विधानसभा से पैसा नहीं निकलवा पा रहे।
GWALIOR TODAY- 50 करोड़ की वसूली के लिए रात में भी कनेक्शन काटेंगे
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने राजस्व वसूली का टारगेट पूरा करने के लिए 6 दिन शेष बचे हैं। इन छह दिनों में करीब 50 करोड़ का राजस्व इकट्ठा करना है, जिसको लेकर कनेक्शन काटने का अभियान चलाया जाएगा। रात में भी कनेक्शन काटे जाएंगे, इसके लिए 60 टीमें बना दी हैं। साथ ही सभी अधिकारी फील्ड में उतर आए हैं। बड़े बकायेदारों पर सख्ती अधिक है। इनके कनेक्शन काटने बाद कुर्की भी कार्रवाई की जा रही है। मीटर भी हटाए जा रहे हैं।
GWALIOR LOCAL NEWS- 100000 लोग बिजली का बिल जमा नहीं करते
बिजली कंपनी की हालत खस्ता है। इस कारण बकाया बढ़ता जा रहा है। इस राजस्व को वसूलने के लिए राज्य शासन से टारगेट मिला है। इस बार सिटी सर्कल को 90 करोड़ का टारगेट दिया गया है। जो टारगटे मिलता था, उससे दो गुना हो गया है। जो उपभोक्ता आसनी से बिल जमा करते हैं, उससे 40 करोड़ रुपये आ चुका है, लेकिन करीब एक लाख उपभोक्ता बिल जमा करने में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं, जिससे बकाया बढ़ जाता है।
इस तरह चलाया जाएगा अभियान
- पोल टू पोल कनेक्शन काटे जा रहे हैं। यदि किसी उपभोक्ता के ऊपर 1 हजार रुपये से अधिका का बकाया है, तो उसको पहले सूचित किया जा रहा है। यदि व बिल जमा नही् कर रहे हैं तो कनेक्शन काट रहे है। यदि पोल पर चार बकायेदार हैं, तो सभी के कनेक्शन काटा जा रहा है।
- एक लाख से ऊपर के बकायेदारों के मीटर उखाड़े जा रहे हैं। इनकी पूरी सप्लाई ही बंद की जा रही है। पोल पर सुरक्षा गार्ड बिठाए जा रहे हैं, जिससे बिजली चोरी नहीं कर सके।
- शहर में 400 करोड़ का बकाया है। सबसे ज्यादा बकाया ऊर्जा मंत्री की विधान सभा में है, जहां कनेक्शन काटे की सख्ती नही हो पा रही है।
GWALIOR SAMACHAR- सिर्फ उनके खिलाफ कार्रवाई जिनके सर पर नेता का हाथ नहीं है
ग्वालियर शहर में केवल उन्हीं बिजली उपभोक्ताओं पर कार्रवाई की जा रही है जिनके सर पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का हाथ नहीं है। बताने की जरूरत नहीं कि ग्वालियर में बिजली के मामले में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के 1000 हाथ हैं। मंत्री जी, उनके नाते रिश्तेदार, उनके स्टाफ के नाते रिश्तेदार, भारतीय जनता पार्टी के नेता और उनकी विधानसभा के मोहल्लों के नेता (चाहे वह किसी भी पार्टी के हो), बिजली कंपनी के कर्मचारियों को कार्रवाई से रोकते हैं। नियमानुसार शासकीय कार्रवाई में बाधा नहीं बनते, बल्कि कार्रवाई शुरू होने से पहले ही रोक देते हैं। महिलाओं के खिलाफ FIR कराने वाली कंपनी के अधिकारी मंत्री जी का नाम लेने वालों के सामने हाथ बांधे खड़े रहते हैं। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.