ग्वालियर। ज्योतिरादित्य सिंधिया में वह सारे गुण हैं जो राजमाता विजयराजे सिंधिया से लेकर यशोधरा राजे सिंधिया तक ग्वालियर राजवंश के किसी भी राजनेता में नहीं थे। वह महाराज बनकर सफाई कर्मचारी के पैर छूते हैं। महारानी लक्ष्मी बाई की समाधि पर जाकर ऐतिहासिक संदेश देते हैं और पूरे परिवार के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात करके सुर्खियों में छा जाते हैं।
Jyotiraditya met the Prime Minister MODI along with the Scindia family
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी माता माधवी राजे सिंधिया, पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया और पुत्र युवराज महा आर्यमन सिंधिया के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गए। उन्होंने इस मुलाकात से संबंधित एक शालीनता भरा फोटो जारी करके सबको सूचित किया फिर उनके ऑफिस ने 3 फोटो जारी किए और तीनों फोटो में सिंधिया राजपरिवार की ताकत का प्रदर्शन किया गया।
फोटो नंबर वन- माधवी राजे सिंधिया प्रधानमंत्री के साथ कुर्सी पर
इस फोटो के माध्यम से सिंधिया राजपरिवार को महत्व दिया गया। उसकी परंपरा के बारे में बताया गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही हेड ऑफ द रॉयल फैमिली हैं परंतु माधवी राजे सिंधिया का राजमाता के तौर पर प्रेसीडेंशियल रिस्पेक्ट बरकरार है।
फोटो नंबर दो- महा आर्यमन सिंधिया एवं प्रधानमंत्री हाथ का साथ
युवराज महा आर्यमन सिंधिया, कुर्ता पहने हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोत्साहित कर रहे हैं एवं महा आर्यमन सिंधिया, जैसे अपने परिवार के सबसे सीनियर के साथ खड़े हैं।राजनीति में एंट्री की शुरुआत तो पिछले साल अपनी बर्थडे वाले दिन कर दी थी। आज पॉलिटिकल यूनिफॉर्म में प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद ऑफिशल अनाउंसमेंट भी हो गया।
फोटो नंबर तीन- माधवी राजे, प्रधानमंत्री मोदी और महा आर्यमन सिंधिया
फोटो नंबर तीन, फोटो नंबर दो को काट कर बनाया गया है। फोटो नंबर तीन में ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को काट दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ माधवी राजे सिंधिया एवं महा आर्यमन सिंधिया दिखाई दे रहे हैं। शायद इस प्रकार से सिंधिया परिवार का महत्व और ज्योतिरादित्य सिंधिया के उत्तराधिकार की घोषणा की गई। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.