नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश का चुनाव भले ही हार गई हो परंतु प्रियंका गांधी जीत गईं। लड़की हूं लड़ सकती हूं, केवल एक चुनावी नारा नहीं था बल्कि प्रियंका गांधी ने उसे साकार करके दिखाया। यही कारण है कि इंडियन नेशनल कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए प्रियंका गांधी के नाम पर बड़ी गंभीरता से विचार हो रहा है।
राजनीति के विशेषज्ञों का कहना है कि कांग्रेसी नेताओं का एक वर्ग ऐसा है जो चाहता है कि सोनिया गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बनी रहे। यदि दूसरी पार्टियों से गठबंधन की बात होती है तो सभी नेता सोनिया गांधी के साथ समन्वय बनाने में स्वयं को सहज महसूस करते हैं, इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी का बहुत बड़ा वर्ग चाहता है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बदला जाए। ताकि पूरे देश में कांग्रेस पार्टी को पहले की तरह शक्तिशाली बनाया जा सके।
राहुल गांधी की टीम के लोग अक्सर बयान देते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी अद्वितीय और बेहतर विकल्प हैं परंतु अहमद पटेल के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में प्रियंका गांधी मुख्य भूमिका निभा रही हैं। बात राजस्थान के विवाद की हो, कैबिनेट के विस्तार की, पंजाब में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की या फिर ऐसे ही बहुत सारे मामले, सभी में प्रियंका गांधी ने कुशलतापूर्वक परिस्थितियों को संभाला और समय रहते फैसले किए।
राहुल गांधी की टीम को प्रियंका गांधी के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है। उत्तर प्रदेश के अभियान के बाद देशभर के युवा कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पार्टी आगे बढ़े। फिलहाल सब कुछ कांग्रेस पार्टी के अंदर चल रहा है, लेकिन उम्मीद है कि इस विचार विमर्श का फैसला जल्द ही आ जाएगा। भारत की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया INDIA NATIONAL NEWS पर क्लिक करें.