भोपाल। Maulana Azad National Institute of Technology, Bhopal में तनाव की स्थिति बन गई है। कैंपस में प्रदर्शन कर रहे मैनिट के स्टूडेंट्स और ABVP के कार्यकर्ताओं ने पुलिस क्योरिटी में ऑफिस से बाहर निकले डायरेक्टर को घेर लिया। इसके बावजूद डायरेक्टर एनएस रघुवंशी दबाव में नहीं आए। उन्होंने ABVP के नेताओं को चेतावनी दी है कि वह मैनिट भोपाल के मामले में दखलअंदाजी ना करें।
घटना का विवरण
सोमवार को सुबह 11:00 बजे प्रदर्शन की शुरुआत हुई। मैनिट भोपाल के स्टूडेंट्स के साथ ABVP के छात्र नेता भी मौजूद थे। करीब 1:30 बजे तक प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते रहे। जब नारेबाजी धीमी पड़ी तो पुलिस सिक्योरिटी के साथ डायरेक्टर एनएस रघुवंशी ऑफिस से बाहर निकले और अपनी कार की तरफ बढ़े। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें रोक लिया और आगे नहीं जाने दिया। घेराबंदी के बावजूद डायरेक्टर बात करने को तैयार नहीं थे। तमाम निवेदन करने के बाद 3 छात्रों को मिलने के लिए बुलाया और उनकी सभी मांगों को खारिज कर दिया।
मामला क्या है
मैनिट प्रशासन ने छह माह की इंटर्नशिप कर रहे बीटेक अंतिम वर्ष विद्यार्थियों के लिए छह NPTEL पाठ्यक्रमों का चयन अनिवार्य कर दिया है। इंटर्नशिप को उचित क्रेडिट नहीं दिया जा रहा है और छह एनपीटीइएल पाठ्यक्रमों को चयन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। स्टूडेंट्स का कहना है कि आठ से 10 घंटे की इंटर्नशिप के साथ एनपीटीइएल के पाठ्यक्रमों को पढ़ना और परीक्षा को पास करना असंभव है, जिसके कारण विद्यार्थियों को डिग्री मिलने में देरी हो जायेगी और साथ ही लगी लगाई नौकरी भी छूट जायेगी। इस निर्णय से लगभग 250 से ज्यादा छात्र प्रभावित हो रहे हैं। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।