बैतूल। भीमपुर में जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का प्रदर्शन देर शाम अचानक उग्र हो गया। प्रदर्शनकारियों ने कुछ दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी और आग लगा दी। हिंसक हुए प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। बदले में पुलिस पर पथराव हुआ। कुछ पुलिसकर्मियों के चोटिल होने के समाचार भी हैं।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें रेस्टोरेंट्स का संचालक दिनेश आर्य एक आदिवासी महिला सुजाता नर्रे के साथ गाली गलौज कर रहा था। महिला उसके रेस्टोरेंट के सामने सब्जी का हाथ ठेला लगाती थी। रेस्टोरेंट्स संचालक ने उसका ठेला पलट दिया था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सहित कुछ अन्य आदिवासी संगठनों के कार्यकर्ता एकत्रित हो गए और प्रदर्शन करने लगे।
एडिशनल एसपी नीरज सोनी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के साथ एसडीएम केसी परते की बात हो गई थी। एसडीएम ने उन्हें बताया था कि सभी अतिक्रमणकारियों को नियमानुसार 7 दिन के भीतर अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया गया है। यदि वह अतिक्रमण नहीं हटाते तो 7 दिन बाद प्रशासन कार्रवाई करेगा, परंतु प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बिना नोटिस दिए तत्काल अतिक्रमण हटाया जाए। जब एसडीएम ने ऐसा करने से इंकार कर दिया तो प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया कि कार्रवाई होने तक वह यहीं पर प्रदर्शन करते रहेंगे।
शाम के समय करीब 7:00 बजे कुछ नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया और उसके बाद प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए। उन्होंने दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसी दौरान आगजनी की घटना हो गई। पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान भीड़ की जवाबी कार्रवाई में कुछ पुलिस वालों को चोट आई है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.
मध्य प्रदेश बैतूल भीमपुर में हिंसा आगजनी आदिवासी संगठनों ने कई दुकानों और वाहनों में लगाई आग लगाने का आरोप
— manishkharya (@manishkharya1) March 5, 2022
पुलिस पर पथराव 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हुए पुलिस ने अश्रु गैस, लाठीचार्ज का किया प्रयोग,,@ChouhanShivraj @INCMP @digvijaya_28 @AHindinews pic.twitter.com/kNWLPRiKI8