Congress MLA Jitu Patwari- Not a single leader supported
भोपाल। वर्षों से मध्यप्रदेश की विधानसभा की किसी भी सत्र के पहले दिन हेडलाइंस में छा जाने वाले कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी आज भी हेडलाइंस में बने हुए हैं परंतु उनका ग्राफ शेयर बाजार की तरह नीचे आ गिरा है। सबसे पहले कमलनाथ, फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी जीतू पटवारी की निंदा की है।
कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन अचानक, राज्यपाल महोदय के अभिभाषण का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया। उन्होंने ऐसा क्यों किया कोई समझ नहीं पाया क्योंकि ट्विटर पर उन्होंने जो कारण गिनाए वह तो पहले से ही उपस्थित थे, फिर बहिष्कार का फैसला सोमवार क्यों लिया गया। विधानसभा में जब पत्रकारों ने कांग्रेस विधायक दल के नेता कमलनाथ से सवाल किया तो उन्होंने जीतू पटवारी के इस कदम की निंदा की और स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी का उनके विचारों और फैसले से कोई संबंध नहीं है।
संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के फैसले की निंदा करते हुए कहा कि 'मध्यप्रदेश विधानसभा की अपनी गरिमामय परंपरा रही है और महामहिम राज्यपाल महोदय के अभिभाषण को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब सम्मान के साथ सुनते रहे हैं। आज केवल मीडिया में छपने, अलग दिखने और सस्ती पब्लिसिटी के लिए ट्वीट से बहिष्कार हो रहा है'।
कमलनाथ कैंप के खास नेताओं में से एक रहे जीतू पटवारी के संबंध पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से भी काफी अच्छे हैं लेकिन पत्रकार वार्ता के दौरान दिग्विजय सिंह ने भी स्पष्ट रूप से कहा कि जीतू पटवारी का यह कदम लोकतंत्र के खिलाफ है और मैं लोकतंत्र के साथ हूं। कुल मिलाकर जीतू पटवारी का हेडलाइंस वाला टारगेट हो गया लेकिन मध्य प्रदेश की राजनीति में अकेले पड़ गए हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.