भोपाल। मध्य प्रदेश के अमरकंटक से प्रारंभ होने वाली पुण्य सलिला नर्मदा नदी का कायाकल्प किया जाएगा। केंद्र सरकार की परियोजना वानिकी में नर्मदा नदी का चयन किया गया है। इस योजना के तहत कुल 13 नदियों का कायाकल्प किया जाएगा।
भारत की सबसे प्रमुख 13 नदियों के नाम
भारत की बड़ी नदियों के पुनरुद्धार की परियोजना में जिन 13 नदियों को शामिल किया गया है उनमें सबसे ज्यादा पंजाब में बहने वाली नदियां शामिल हैं। झेलम, चेनाब, रावी, ब्यास, सतलुज, यमुना, ब्रह्मपुत्र, लूनी, नर्मदा, गोदावरी, महानदी, कृष्णा और कावेरी नदी प्रमुख हैं।
नदियों के पुनरुद्धार के लिए भारत सरकार की परियोजना वानिकी
मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस योजना से 5.021 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड कम करने में सहायता मिलेगी जो कि 10 साल पुराने वनस्पति के बराबर है। इसके अलावा 7.476 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड कम होगी जो कि 20 साल वनस्पति लगाने से हो सकता है। उन्होंने कहा 13 नदी क्षेत्रों में इस कदम से भूजल संभरण करने एवं अवसादन कम करने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री बिश्वेशर टुडु की ओर से 10 फरवरी को संसद में पूछे गए एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए इस परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। केंद्रीय मंत्री ने अपने लिखित उत्तर में कहा कि बांध निर्माण और इससे जुड़े आधारभूत ढांचा निर्माण कार्यों के लिए हिमाचल प्रदेश विद्युत निगम लिमिटेड को कार्रवाई एजेंसी के रूप में पहचना की गई है। इसी बद्री बांध में जमा पानी से सरस्वती नदी के पुनरुद्धार की योजना है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.