भोपाल। मध्य प्रदेश की कांग्रेस जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मर्जी के बिना मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाते, में बड़ा घटनाक्रम हुआ है। उत्तर प्रदेश में शर्मनाक शिकस्त के बाद सोनिया गांधी ने पहले दिग्विजय सिंह और फिर अरुण यादव को मिलने के लिए समय दिया। यहां उल्लेख करना अनिवार्य है कि 2 दिन पहले ही अरुण यादव ने भोपाल में एक खास पार्टी का आयोजन किया था। शायद उन्हें पता था कि इसके बाद उन्हें दिल्ली जाना है। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आने वाले चुनाव के लिए काम करना शुरू कर दिया है।
विधानसभा चुनाव 2023 में कमलनाथ होंगे कांग्रेस का चेहरा
कमलनाथ कैंप की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ ही कांग्रेस पार्टी का चेहरा होंगे। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के सभी प्रकार के प्रचार प्रसार में कमलनाथ के फोटो को महत्वपूर्ण स्थान दिया जा रहा है। कमलनाथ अपने भाषणों में कांग्रेस की बात करते हैं लेकिन बाकी सभी नेताओं को शायद निर्देशित किया गया है कि वह अपने भाषण में कमलनाथ की बात करेंगे।
मध्यप्रदेश में प्रियंका गांधी, चुनाव प्रचार करने आएंगी या नहीं
बड़ा प्रश्न है कि प्रियंका गांधी, मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी का चुनाव प्रचार करने के लिए आएंगी या नहीं। प्रश्न इसलिए है क्योंकि उपचुनाव में कमलनाथ ने उन्हें बुलाने की हर संभव कोशिश की थी परंतु उन्होंने आने से मना कर दिया था। 2018 के विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी, चुनाव प्रचार करने आए थे लेकिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद राहुल गांधी की काफी किरकिरी हुई थी। कमलनाथ सरकार ने, राहुल गांधी द्वारा किए गए वादों को निर्धारित अवधि में पूरा नहीं किया था। कहा जाता है कि प्रियंका गांधी, व्यक्तिगत तौर पर कमलनाथ को पसंद नहीं करतीं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.