इंदौर। MADHYA PRADESH PUBLIC SERVICE COMMISSION द्वारा आयोजित परीक्षाओं में प्रश्न पत्र को लेकर अक्सर विवाद होते रहते हैं। कुछ मामले तो हाई कोर्ट में भी चल रहे हैं। इसी परेशानी का हल खोजने के लिए मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा "प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र रचना, अनुसीमन एवं मूल्यांकन में गुणात्मकता" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार में निजी विश्वविद्यालय शुल्क नियामक आयोग भोपाल के अध्यक्ष डॉ. आर. आर. कान्हेरे द्वारा "प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु प्रश्न-पत्र रचना में गुणवत्ता" विषय पर अपनी प्रस्तुति दी गई तथा प्रश्न-पत्र रचना में अपनाई जाने वाली सावधानियों पर मार्गदर्शन दिया। तत्पश्चात डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के विभागाध्यक्ष (भूगोल) डॉ. आर. पी. मिश्रा द्वारा "प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु प्रश्न-पत्र अनुसीमन (माडरेशन) में गुणवत्ता" विषय पर अपनी प्रस्तुति दी गई तथा प्रश्नपत्र अनुसीमन तकनीक पर प्रभावी मार्गदर्शन दिया।
सेमिनार के तृतीय सत्र में सांची विश्वविद्यालय रायसेन के कुलसचिव डॉ. अलकेश चतुर्वेदी द्वारा "प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु मूल्यांकन में गुणवत्ता" विषय पर अपनी अभिनव प्रस्तुति दी गई तथा मूल्यांकन की बारीकियों से प्रतिभागियों को अवगत कराया।
आयोग के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ. आर. पंचभाई, प्रभारी परीक्षा नियंत्रक डॉ. सुशांत पुणेकर तथा उप परीक्षा नियंत्रक डॉ. दिनेश जाधव द्वारा विशेषज्ञ वक्ताओं का परिचय कराया गया। कार्यक्रम के अंत में आयोग की उप सचिव, सुश्री राखी सहाय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती भावना भावे तथा श्री के. सी. पाण्डेय द्वारा किया गया। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.