शिक्षकों ने पुरानी पेंशन की होली जलाई, NPS को सामाजिक बुराई बताया- MP karmchari news

Bhopal Samachar
मंडला
। होलिका दहन त्यौहार के एक दिन पहले मण्डला जिले के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने ग्रामीणों के साथ मोहगांव के धनगांव में एकत्रित होकर होलिका दहन के साथ प्रतीक स्वरूप एनपीएस योजना का दहन किया। 

होली का यानी NPS और भक्त प्रह्लाद यानी OPS

गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी शिक्षकों ने लगभग एनपीएस योजना के प्रतीक स्वरूप में लगभग 4 फीट ऊंची होलिका की प्रतिमा बनवाई जिसके मुकुट में सुंदर तरीके से एनपीएस लिखा गया इसी प्रकार ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रतीक स्वरूप भक्त प्रहलाद की बड़ी सुंदर प्रतिमा भी बनवाई गई जिसके मुकुट में ओपीएस लिखा गया। इस प्रकार शिक्षकों ने होलिका दहन के माध्यम से एनपीएस योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू करने की मांग का संदेश सरकार तक पहुचानें का प्रयास शिक्षकों के ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन ने किया। 

एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डी के सिंगौर ने होलिका दहन के साथ एनपीएस दहन किये जाने को उचित ठहराते हुए बताया कि जिस तरह हिंदुओ का पवित्र त्यौहार होली बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता हैं वैसे ही न्यू पेंशन स्कीम भी एक सामाजिक बुराई ही है क्योंकि यह स्कीम सट्टे पर आधारित है इस स्कीम के अंतर्गत पेंशन फंड की व्यवस्था शेयर मार्केट के आधार पर की जाती है। इस प्रकार कर्मचारियों की पेंशन सट्टा बाजार पर निर्भर है मतलब पेंशन की कोई ग्यारंटी और निश्चतता नहीं है। 

यह शेयर मार्केट के उतार चढ़ाव पर निर्भर है। प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि कर्मचारियों के सिविल सेवा आचरण नियमों में शेयर मार्केट में सट्टा लगाने से प्रतिबंधित किया गया है बावजूद इसके कर्मचारियों के वेतन की 10 प्रतिशत राशि से सट्टा खेलकर पेंशन की व्यवस्था की जाती है। जिसमें बमुश्किल कर्मचारियों के रिटायरमेंट में दो तीन हजार रुपये पेंशन प्राप्त हो रही है। एसोसिएशन का यह भी आरोप है कि कर्मचारी लोकतांत्रिक ढंग से अपना विरोध राजधानी में दर्ज कराना चाहते हैं लेकिन सरकार इसकी अनुमति निरस्त कर हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है। 

होलिका दहन के उपरांत शिक्षकों ने ग्रामीणों के साथ जमकर होली खेली और सभी का मुहं मीठा कराया। बता दें कि धनगांव ग्राम मोहगांव ब्लॉक में आता है और जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी दूर मनोरम पहाड़ियों के बीच बसा है जहां पादम जीवाश्म का भंडार है और यहां के निवासी पूर्व मान्यताओं के आधार पर होली दिवाली एक दिन पहले मनाते हैं। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.

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