नई दिल्ली। रेलवे में ढाई लाख रिक्त पदों पर भर्ती एवं पुरानी पेंशन की मांग को लेकर रेल मजदूर संघ रेल रोको आंदोलन की तैयारी कर रहा है। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि सरकार युवाओं को नौकरी नहीं दे रही जिससे कर्मचारियों पर काम का दबाव बढ़ रहा है। पूरे देश में बड़ा आंदोलन तैयार करने के लिए 23 एवं 24 मार्च को अमृतसर में संगठन की बड़ी बैठक रखी गई है।
NFIR के सहायक महामंत्री व संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया की संगठन की ओर से लगातार रेलवे के निजीकरण को रोकने, पुरानी पेंशन को लागू करने व ढाई लाख से अधिक खाली पड़े पदों को भरने जैसी कई मांगे उठाई जा रही है। सरकार की ओर से उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण रेलवे कर्मचारियों में व संगठन के पधाधिकारियो में आक्रोश व्याप्त है। अब रेल कर्मचारी आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए अशोक शर्मा ने बताया कि संघ विरोधी गतिविधियों को भ्रष्टाचार के आरोप के चलते भूतपूर्व अध्यक्ष आरपी भटनागर व उनके पुत्र अमित भटनागर को सर्वसमिति से संघ से निष्कासित कर दिया गया। वंशवादी व तानाशाही विचारधारा से अब रेल मजदूर संघ आजाद हो गया है और जल्द ही कई बड़े महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.