CORONA ने दुनिया को बदल कर रख दिया है। करोड़ लोग बेरोजगार हो गए लेकिन लाखों लोगों ने अपने इनोवेटिव आइडियाज के दम पर सोसायटी के कल्चर को बदल दिया। वेजिटेबल स्टोर, एक ऐसा ही आईडिया है। 3 साल पहले तक सब्जी बेचना, लाइफ में पूरी तरह से फेल हो जाने का प्रतीक था लेकिन आज MBA और इंजीनियरिंग पास करने के बाद भारत के युवा वेजिटेबल स्टोर खोल रहे हैं।
जनरल स्टोर की तरह हर कॉलोनी में वेजिटेबल स्टोर खुल रही है
आपको जानकर आश्चर्य होगा परंतु भारत के कई शहरों में जिस प्रकार हर कॉलोनी में एक जनरल स्टोर होती है, ठीक उसी प्रकार अब वेजिटेबल स्टोर खुल रही है। रेजिडेंशियल एरियाज में लोग सुबह-शाम सब्जी वाले भैया का इंतजार नहीं करते। सोसाइटी की वेजिटेबल स्टोर से उचित मूल्य और क्वालिटी की गारंटी मिलती है। कल तक जो सब्जी एक ठेले पर भरकर लाई जाती थी आज वही सब्जी स्टोर में सलीके से एक प्रोडक्ट की तरह सजा कर रखी जाती है।
वेजिटेबल स्टोर खोलने के लिए क्या करना होगा
आपके पास केवल उतनी जगह होनी चाहिए जहां आप डिस्प्ले लगा सके। उसके आसपास कहीं पर भी आप बैकअप स्टोर कर सकते हैं। ज्यादातर लोग सुबह और शाम को सब्जी खरीदना पसंद करते हैं। यानी कि 10:00 टू 5:00 ऑफिस टाइम में आप फ्री रहते हैं। फैमिली से एक सपोर्टिंग हैंड चाहिए, जो परचेसिंग का काम देखेगा, और दूसरा व्यक्ति सेल्स संभालेगा।
दोनों का ज्यादा टाइम खर्च नहीं होगा। आप चाहे तो कोई ऑफिस भी ज्वाइन कर सकते हैं। वेजिटेबल स्टोर पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस तरह आप अपनी नौकरी के साथ भी वेजिटेबल स्टोर का संचालन कर सकते हैं। यदि 200 परिवारों वाले रेजिडेंशियल एरिया में आपकी इकलौती वेजिटेबल स्टोर है और आप बिजनेस के नियमों का पालन करते हैं तो 30,000 रुपए महीने की इनकम न्यूनतम मानी गई है। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.