गर्मी का सीजन आते ही लोग लिक्विड डाइट शुरू कर देते हैं। बहुत सारे लोग इस बात को लेकर अब यह है कि गर्मी का मौसम मोटापा कम करने के लिए सबसे बेहतरीन टाइम है। सर्दी के सीजन में चटपटा और मसालेदार खाना खाने, आलस करने और एक्सरसाइज नहीं करने के कारण जो चर्बी बढ़ गई है उसे गर्मियों में लिक्विड डाइट लेकर खत्म किया जा सकता है। यह आइडिया बिल्कुल सही है परंतु क्या आप जानते हैं कभी-कभी गलत लिक्विड डाइट शुरू करने के कारण मोटापा बढ़ भी सकता है।
शेक में शक्कर मत डालना, अर्थ का अनर्थ हो जाएगा
फिटनेस एक्सपर्ट डॉ. प्रेम राजपूत के मुताबिक गर्मियों में वेट लॉस बहुत जल्दी होता है, लेकिन लिक्विड के नाम पर शुगर और फैट लेकर लोग सिर्फ मोटापा बढ़ा रहे हैं। केला, लिची, खरबूजा या फिर ड्रायफ्रूट से बना ठंडा मिल्क शेक बहुत ही फायदेमंद होता है। प्लेन फ्लेवर मिल्क शेक में भी सिरप काफी कम मात्रा में डाला जाता है। दिन में एक गिलास मिल्क शेक पीना गर्मियों में सेहत बनाने के साथ ही शरीर को ठंडा भी रखता है।
गर्मी के मौसम में कौन सा पेय पदार्थ सबसे ज्यादा एनर्जी देता है
गर्मी के मौसम में एनर्जी की बहुत जरूरत होती है। पसीने के कारण शरीर की ताकत खत्म हो जाती है। लस्सी, गन्ने का रस और आमरस में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए इसे उस समय पिएं जब बॉडी को एनर्जी की सबसे ज्यादा जरूरत हो। इसीलिए कामकाज के दौरान जवाब फील्ड में और काफी थकान महसूस हो रही है तब यह ड्रिंक आपको एनर्जी देते हैं। यह सुबह के समय नहीं पीना चाहिए। गन्ने के रस में नेचुरल शुगर होता है जो ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता और साथ ही इससे इंस्टैंट एनर्जी भी मिलती है। मीठे फलों का रस पीना भी कारगर होता है।
गर्मियों में धूप में निकलने से पहले क्या पीना चाहिए
आम का पना और बेल का शर्बत गर्मियों में लू से बचने और सेहतमंद बने रहने के लिए बहुत ही जरूरी है। लेकिन इसे पीने का फायदा तभी है जब इसमें बहुत ही कम मात्रा में चीनी मिली हुई हो। आमपना में डाली जानेवाली काली मिर्च, जीरा पाचन को सही रखता है। ये पेट से संबंधित कई प्रकार की बीमारियों को भी दूर रखने में कारगर है। बेल में भी मौजूद नेचुरल शुगर बहुत सी बीमारियों से निजात दिलाता है।
गर्मी के मौसम में कितना पानी पीना चाहिए
एक्सपर्ट के अनुसार एक हेल्दी पुरुष और महिला को अपने वजन को चारगुना करने पर जो रिजल्ट आता है, शरीर को उतने ही मिलीलीटर पानी की जरूरत रोजाना होती है। इसे रोजाना 6-8 गिलास पानी पीकर पूरा कर पाना थोड़ा मुश्किल है। इनमें जूस, छाछ, मिल्क भी शामिल हैं। गर्मियों में जितनी बार धूप में निकलने की जरूरत हो, उसके अनुसार 100 मिली वाटर इनटेक बढ़ा देना चाहिए। मतलब दो बार निकलें, तो 200 मिलीलीटर ज्यादा। ठीक इसी तरह जिम या स्पोर्ट्स में आधे घंटे देने पर 250 मिली वाटर इनटेक बढ़ा देना चाहिए।
गर्मियों में मोटापा घटाने के लिए कौन सा ड्रिंक पीना चाहिए
गर्मियों में शरीर में मिनरल्स और नमक की मात्रा कम हो जाती है, इसलिए बिना शुगर का साल्टेड नींबू पानी या फिर जीरा व नमक वाली दही की पतली छाछ पीना बेस्ट है। पुदीने के साथ ये छाछ और भी फायदा पहुंचाती है। इसके साथ ही तरबूज का जूस गर्मियों में तरोताजा रखने का काम करता है। इससे बॉडी को जरूरी मिनरल्स मिलते हैं और फैट भी कम होता है। खीरे और वेजिटेबल का जूस भी बॉडी में मिनरल्स की मात्रा को बढ़ाता है। साथ ही इससे तमाम तरह की सेहत, स्किन और बालों से जुड़ी समस्याएं भी दूर होती हैं। दिन में एक गिलास वेजिटेबल जूस पीना काफी फायदेमंद है।
गर्मी में मोटापा बढ़ाने वाले ड्रिंक कौन से हैं
अक्सर ज्यादा गर्मी होने पर लोग सॉफ्ट ड्रिंक, सोडा ड्रिंक और आर्टिफिशियल फ्लेवर के सिरप से बना ठंडा पीते हैं। जो उस वक्त प्यास तो बुझा देती है, लेकिन ये हेल्थ के लिए किसी भी प्रकार से फायदेमंद नहीं होती। साथ ही इसे पीने से फैट भी बढ़ता है। तमाम तरह के केमिकल्स की मौजूदगी पेट से संबंधित कई प्रकार की बीमारियों को जन्म देती है। इसलिए कितनी भी प्यास लगी हो, लेकिन इन्हें पीने से बचें।
गर्मी में क्या टोटल लिक्विड डाइट पर रहना चाहिए
सिर्फ लिक्विड डाइट पर रहना बिल्कुल गलत है। लिक्विड के साथ गर्मी में खाना भी बेहद जरूरी है। गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए भी लिक्विड डाइट जरूरी होती है, लेकिन ये डाइट तभी कारगर है जब उचित मात्रा में भोजन भी किया जाए, क्योंकि दोनों की बैलेंस मात्रा ही हेल्दी रखने का काम करती है। स्वास्थ्य से संबंधित समाचार एवं जानकारियों के लिए कृपया Health Update पर क्लिक करें