भोपाल। मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट बताती है कि मध्य प्रदेश के 10 जिलों (इंदौर, जबलपुर, सीहोर, सतना, रतलाम, दमोह, कटनी, मंडला, भिंड एवं मुरैना) में कुत्ते-बिल्ली और बंदर हिंसक हमले कर रहे हैं। यहां नागरिकों को सावधान रहने की जरूरत है। वन विभाग को इंसानों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है।
इंदौर, जबलपुर, सीहोर, सतना और रतलाम- 65000 से ज्यादा लोगों को कुत्तों ने काटा
मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार अगस्त 2021 से फरवरी 2022 तक आवारा कुत्तों ने इंदौर में 29000 से ज्यादा, जबलपुर में 10,000 से ज्यादा, सीहोर में लगभग 10,000, सतना में लगभग 9500 और रतलाम में 8 ज्यादा लोगों को काट खाया। जिसके कारण उन्हें रेबीज का टीका लगवाना पड़ा।
इसी प्रकार आवारा बिल्लियों ने दमोह में 300 से ज्यादा, जबलपुर में लगभग 300, इंदौर में लगभग 200, कटनी एवं मंडला में 150 से ज्यादा लोगों को काट खाया। जिसके कारण उन्हें रेबीज का इंजेक्शन लगवाना पड़ा। इतना ही नहीं बंदरों द्वारा हिंसक हमले के मामले सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा भिंड में 569, जबलपुर में 200 से ज्यादा, मंडला एवं सीहोर में 150 से ज्यादा और मुरैना में 148 लोगों को बंदरों ने इस कदर काटा कि वह गंभीर रूप से घायल हो गए और रेबीज का टीका लगवाना पड़ा।
वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट इसके कारण बता रहे हैं परंतु एक बात तय है कि लोगों की लाइफ स्टाइल नहीं बदल सकती। नागरिकों को आवारा जानवरों से बचाने के लिए मध्य प्रदेश शासन के वन विभाग को ठोस कदम उठाने होंगे। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.