व्रत / उपवास की जब भी बात होती है तो मुख्य रूप से साबूदाने का ही नाम सामने आता है। व्रत उपवास में खाने के लिए ऑप्शंस तो और भी बहुत सारे होते हैं जैसे- आलू, सिंघाड़ा, शकरकंद, राजगिर, लौकी, कद्दू, गाजर, मूंगफली परंतु Human नेचर होता है कि हम अपने कंफर्ट जोन से बाहर नहीं निकलना चाहते और आसानी से मिलने वाले और आसानी से बनने वाले साबूदाने के ऊपर ही डिपेंडेंट हो जाते हैं।
साबूदाना (Sago) टेपियोका की जड़ से बनाया जाता है। जिसमें मुख्य रूप से स्टार्च या कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, इसके अलावा साबूदाने में थोड़ी मात्रा में प्रोटीन, मिनरल्स, विटामिंस आदि भी पाए जाते हैं। साबूदाने की खिचड़ी हो, चाहे साबूदाने की खीर, साबूदाना वडा, साबूदाने के पापड़, साबूदाने का नमकीन, साबूदाना तो सभी में कॉमन है। तो चलिए आज इसी साबूदाने से जुड़े कुछ सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं:-
प्रेगनेंसी में साबूदाना खाना चाहिए या नहीं / During Pregnancy Sago Should Be Eaten or not
चूंकि साबूदाने में सबसे अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो कि सबसे जल्दी एनर्जी प्रोवाइड करता है। प्रेग्नेंसी के समय यह अच्छा एनर्जी गिविंग फूड होता है परंतु इसे एक निश्चित मात्रा में ही खाना चाहिए मात्रा में खाना चाहिए.
क्या साबूदाना खाने से मोटापा बढ़ता है / Do Sago Cause Obesity
वैसे तो साबूदाना एक हाई कैलरी फूड है परंतु इसकी न्यूट्रीशन वैल्यू काफी अच्छी है। यदि निश्चित मात्रा में खाया जाए तो मोटापा नहीं बढ़ेगा। लेकिन यदि सुबह साबूदाने का बड़ा, दोपहर में साबूदाने की खिचड़ी और रात को साबूदाने की खीर लगातार 9 दिन तक खाएंगे तो पक्का मोटा हो जाएंगे।
सपने में साबूदाने की खिचड़ी देखना / Dreamed Out Sago Khichadi
सपने में हम अक्सर वही चीजें देखते हैं, जो हमारे अनकॉन्शियस माइंड (अचेतन मन) में चलती रहती हैं। क्योंकि साबूदाना कोई अनाज या फल नहीं है अतः शास्त्रों में इसके कोई प्रयोग दर्ज नहीं किए गए हैं। शास्त्रों में एक बात अवश्य कही गई है, इस प्रकार के सपने जो सुबह उठने के बाद भी याद रह जाएं, या फिर जिन सपनों के कारण मन विचलित होता हो, निवारण के लिए, दान करना चाहिए।
क्या टाइफाइड में साबूदाने की रेसिपी खाई जाती हैं / Should We Eat Sago Recipes In Typhoid
टाइफाइड या मोतीझरा एक बैक्टीरियल डिसीस है जो कि सालमोनेला टायफी नाम के बैकटीरिया के कारण होती है और जो पूरे शरीर के साथ-साथ मुख्य रूप से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (Gastrointestinal Tract) यानी हमारे स्टमक, लीवर, स्प्लीन पर प्रभाव डालती है। चूंकि साबूदाना डाइजेस्ट होने में थोड़ा सा समय लेता है इसलिए टाइफाइड होने पर साबूदाना को खाना अवॉइड करना चाहिए।
क्या साबूदाने की भी एक्सपायर तिथि होती है / Do sago also have Expiry Date
एक्सपायरी डेट तो हर प्रोडक्ट की होती है। चूँकि साबूदाना एक स्टार्च प्रोडक्ट है इसलिए इसे नमी (Moisture) से दूर रखना चाहिए। अलग-अलग मैन्युफैक्चरिंग ब्रांड के अनुसार इनकी एक्सपायरी डेट अलग-अलग होती है परंतु सामान्य तौर पर 6 महीने से एक साल तक साबूदानों को स्टोर करके रखा जा सकता है।
भीगे हुए साबूदाना को कितने दिनों तक काम में लाया जा सकता है / How long Does Soacked Sago Can be used
साबूदाना स्टार्च से बना होता है और इसे ज्यादातर पानी में भिगाकर या गला कर या गला कर ही काम में लाया जाता है। पानी में डालने के बाद 4 घंटे के भीतर साबूदाना को उपयोग कर लेना चाहिए। आप चाहे तो फ्रिज में रख कर 24 घंटे बाद भी उपयोग कर सकते हैं। रेफ्रिजरेटर में साबूदाना 7 दिन तक खराब नहीं होता लेकिन वह नेचुरल नहीं रहता।
वजन बढ़ाने के लिए साबूदाना किस प्रकार से खाएं / How to Eat Sago for Weight gain
सामान्य तौर पर साबूदाने को गलाकर या उबालकर या उबालकर काम में लिया जाता है जिससे कि उसकी कैलोरिक वैल्यू कम हो जाती है परंतु वजन बढ़ाने के लिए साबूदाने को फ्राई करके खाएं तो वजन बढ़ेगा।
क्या एक साल पुराना साबूदाना काम में लिया जा सकता है / Can we use one year old Sago
यदि साबूदाने के पैकेट पर एक्सपायरी डेट नहीं निकली है तो हम उसे बिल्कुल काम में ले सकते हैं और यदि साबूदाना के पैकेट पर एक्सपायरी डेट नहीं है, तो कृपया उसे दुकानदार को वापस कर दें। उसको उपयोग में नहीं लेना चाहिए।
क्या टीबी के पेशेंटस् को साबूदाने की खीर खिला सकते हैं / Can We Give Sago Kheer to TB patient
टीवी या ट्यूबरकुलोसिस या तपेदिक और रेस्पिरेट्री ट्रैक्ट की बीमारी है। साबूदाने की खीर में कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, प्रोटीन, शुगर होता है इसलिए टीबी पेशेंट्स को आसानी से खिलाई जा सकती है।
क्या दिल में स्टैंट लगे मरीज को साबूदाना खिलाया जा सकता है / Do Heart patient having Stent in Heart Can Eat Sago
ह्रदय रोगी यानी कि हार्ट पेशेंट को साबूदाना खिलाया जा सकता है परंतु फलाहार की थाली में साबूदाना उतना ही हो सकता है जैसे कि सामान्य भोजन की थाली में एक सूखी सब्जी। यह ध्यान रखना होगा कि हृदय रोगियों को साबूदाने से बने वहीं व्यंजन परोसे जाएं जो साबूदाना को देर तक पानी में गलाने के बाद बनाए गए हो। स्वास्थ्य से संबंधित समाचार एवं जानकारियों के लिए कृपया Health Update पर क्लिक करें.