विक्रम संवत 2087 के प्रथम दिवस से चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ हो जाता है। इन 9 दिनों में मां अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। शास्त्रों में उल्लेख है कि किसी भी पूजा पद्धति से ज्यादा महत्वपूर्ण है श्रद्धा भाव। यदि कोई पूर्ण श्रद्धा एवं समर्पण के साथ इन 9 दिनों में किसी भी विधि से मां की पूजा करता है तो उसे अवश्य ही अभीष्ट फल प्राप्त होता है परंतु शास्त्रों में विधिवत पूजा के विधान लिखे गए हैं। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि किस राशि के लोग नवरात्रि में किस फूल की माला अर्पित करें तो कष्टों का निवारण होगा एवं माता प्रसन्न होंगी। आइए पढ़ते:-
मेष:- मेष राशि के स्वामी मंगल है। ऐसे में इस राशि वालों को नवरात्रि में मां दुर्गा को लाल पुष्प अर्पित करना चाहिए।
वृषभ:- इस राशि पर शुक्र ग्रह का अधिपत्य है। शुक्र ग्रह को सफेद रंग प्रिय है। ऐसे में इस राशि के जातकों को सफेद पुष्प अर्पित करना चाहिए।
मिथुन:- मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह है। बुध का संबंध हरे और पीले रंग से है। इस राशि के जातक मां दुर्गा को पीले या हरे रंग के फूल अर्पित करें।
कर्क:- इस राशि के जातकों को देवी को कमल या चमेली के फूल अर्पित करना चाहिए।
सिंह:- सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव है। इसलिए इस राशि के लोगों को लाल और नारंगी रंग के फूल मां दुर्गा को चढ़ाने चाहिए।
कन्या:- कन्या राशि के स्वामी बुध हैं। ऐसे में इस राशि के जातक देवी को पीले या हरे रंग के पुष्प अर्पित करें।
तुला:- तुला राशि के स्वामी शुक्र है। शुक्र ग्रह को सफेद रंग प्रिय है। इस राशिवालों को मां दुर्गा को सफेद फूल अर्पित करने चाहिए।
वृश्चिक:- इस राशि के जातक मां दुर्गा को लाल रंग के फूल अर्पित करें।
धनु:- धनु राशि के स्वामी बृहस्पति देव है। गुरु को पीला रंग पसंद है। ऐसे में इस राशि के जातक देवी को पीले रंग के पुष्प अर्पित करें।
मकर:- मकर राशि के स्वामी शनि देव है। कर्मफल दाता को नीला रंग पसंद है। ऐसे में मकर राशि के जातकों को अपराजिता के फूल मां दुर्गा को अर्पित करना चाहिए।
कुंभ:- कुंभ राशि के जातकों को नीले रंग के फूल अर्पित करने चाहिए।
मीन:- मीन राशि के जातकों को पीले रंग के फूलों से मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए।