इंदौर। पुणे से उज्जैन के लिए रवाना हुई अशोका ट्रैवल्स की एसी बस में 38 वर्षीय महिला और उनके 11 वर्षीय पुत्र की मौत का रहस्य बरकरार है। पुलिस एक्सपर्ट को बस में कोई टेक्निकल गड़बड़ी नहीं मिली और डॉक्टरों को पीएम रिपोर्ट में कोई जहर नहीं मिला।
डीसीपी जोन 3 धर्मेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि 38 वर्षीय दीपिका पटेल व उनके 11 वर्षीय बेटे आदित्य राज निवासी वेदनगर उज्जैन की मृत्यु चलती बस में हो गई थी। इंदौर में दोनों की मृत्यु की पुष्टि हुई और पुलिस ने मामला इन्वेस्टिगेशन में लिया। कहा जा रहा था कि एसी बस में गैस लीक होने के कारण महिला एवं उनके बेटे का दम घुट गया और मृत्यु हुई। परंतु पुलिस की टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन में बस में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों को भी दोनों की बॉडी में पोजीशन नहीं मिला है। डॉक्टरों का कहना है कि दोनों की मौत उल्टियां होने के बाद हृदयगति रुक जाने के कारण हुई है। दीपिका के पति संदीप पटेल ने शिकायत की है कि चलती बस में दोनों की तबीयत खराब हुई थी। बस में मौजूद स्टाफ को इसके बारे में बताया और मदद मांगी परंतु उन्होंने बस नहीं रोकी। सीधे इंदौर में आकर उन्हें उतारा।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर ड्राइवर अनोखीलाल ( 50 ) पिता रामनारायण शर्मा निवासी लोटस ग्रीन कॉलोनी मक्सी रोड, अशोक ( 39 ) पिता मोहन सिंह निवासी ग्राम सादलपुर, धार और क्लीनर ईश्वरलाल (20) पिता राजाराम केस सोलंकी निवासी मकडोंद , उज्जैन सिंह के खिलाफ धारा 304 और मोटर व्हीकल एक्ट की धारा-34 के तहत केस दर्ज किया है।
इस मामले में सवाल यह है कि क्या महंगा किराया लेकर लंबी यात्रा पर बस संचालित करने वाले बस के अंदर किसी प्रकार का हेल्पलाइन नंबर प्रकाशित नहीं करते। क्या सभी यात्रियों की जान। ड्राइवर और क्लीनर के भरोसे छोड़ दी जाती है। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.