भोपाल। मध्यप्रदेश में बिजली के बिलों की वसूली, साहूकार के डंडे की स्टाइल में चल रही है। मासूम बच्चों के प्राइमरी स्कूल की बिजली उस समय काट दी गई जब परीक्षा चल रही है। गर्मी के कारण पसीने में भीगते बच्चे परीक्षा देने के लिए मजबूर है। यदि कहीं कुछ हो गया तो सरकार को लेने के देने पड़ सकते हैं।
कोई नोटिस नहीं- बिजली वाले आए और कनेक्शन काट कर चले गए
सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला इनायतपुर ज्योति रावत ने बताया कि उनकी स्कूल में पहली से 5वीं तक के बच्चे पढ़ते हैं। बच्चों की संख्या 50 है। करीब डेढ़ महीने से स्कूल में बिजली नहीं है। करीब डेढ़ महीने पहले बिजली कंपनी के कर्मचारी आए। उन्होंने बिजली कनेक्शन काट दिया। कनेक्शन काटने के बारे में पूछने पर कर्मचारी फोन नंबर ले गए। बिल की पीडीएफ फाइल भेज दी।
MP Education department news- संकुल को सूचित किया लेकिन उसे भी परवाह नहीं
इसमें बिजली का बिल बकाया 41 हजार रुपए बताया गया। इस संबंध में हमने नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अरेरा कॉलोनी (संकुल) भोपाल को उसी दिन वाट्सऐप पर बता दिया था। इसके बाद 8 मार्च को एक पत्र भी लिखा था। शुक्रवार को पांचवी क्लास की परीक्षा बच्चों को अंधेरे और गर्मी में देना पड़ा।
BHOPAL DEO को पता ही नहीं उनके डिपार्टमेंट में क्या हो रहा है
डेढ़ महीने से मासूम बच्चे परेशान हैं लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी को इसके बारे में जानकारी नहीं है। जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया तो जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने बताया कि संकुल की जानकारी नहीं मिली है। जानकारी ले रहे हैं। अगर, ऐसा कुछ है, तो मामले को दिखवाते हैं। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।