भोपाल। मानव अधिकार आयोग ने नोटिस जारी करके लोक शिक्षण संचालनालय के कमिश्नर अभय वर्मा, भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया और इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह से सवाल किया है कि भीषण गर्मी शुरू हो चुकी है। लू चल रही है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों को धूप में निकलने ना दिया जाए। इस सब के बावजूद स्कूलों की छुट्टी क्यों नहीं कर रहे।
उल्लेख करना प्रासंगिक है कि मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने 15 अप्रैल से स्कूल बंद करने की बात कही थी लेकिन 25 अप्रैल तक मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी की घोषणा नहीं हुई है। इंदौर के एक पिता ने मानव अधिकार आयोग को चिट्ठी लिखकर इस मामले में दखल देने की मांग की है। इसी के आधार पर मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन ने मध्यप्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त अभय वर्मा और कलेक्टर भोपाल व कलेक्टर इंदौर से चार मई तक जवाब मांगा है।
गर्मी में स्कूल संचालित करने से बच्चों को क्या परेशानी होती है
सामान्य से अधिक तापमान की स्थिति में बच्चों को स्कूल में बुलाने से उल्टी-दस्त, लू-बुखार, सिरदर्द, कमजोरी, डिहाईड्रेशन, चिड़चिड़ापन आदि स्वास्थ्य समस्याओं से बच्चे बुरी तरह ग्रसित हो रहे हैं। अतः इस भीषण ग्रीष्मकाल में स्कूलों का संचालन बंद कराया जाए। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण समाचारों के लिए कृपया karmchari news पर क्लिक करें.