All India Council for Technical Education (AICTE) द्वारा आगामी शिक्षा सत्र 2022-23 के लिए इंजीनियरिंग की सभी 29 ब्रांच में एडमिशन हेतु पात्रता से संबंधित नियम निर्धारित कर दिए हैं।
बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए पात्रता
भारत में इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स की 29 में से 15 ब्रांचों के लिए 12वीं में छात्रों के पास फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स (पीसीएम) विषय अनिवार्य रूप से होने चाहिए। शेष 14 ब्रांचों में पीसीएम के अलावा 11 अन्य विषयों का विकल्प दिया है। साल 2021-22 में छात्र एआईसीटीई की ओर से तय 14 विषयों में से कोई तीन विषय लेकर दाखिला ले सकते थे। अब ब्रांचों के अनुसार विषय तय किए हैं।
इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे हैं 12वीं के छात्रों के लिए जरूरी समाचार
प्लानिंग में छात्रों के पास मैथ्स के साथ अन्य 13 विषयों में से कोई दो विषय 12वीं में चुनने का विकल्प है। फूड इंजीनियरिंग, लेदर टेक व टेक्सटाइल कैमिस्ट्री में कैमिस्ट्री जरूरी है। 14 ब्रांचों में पीसीएम के साथ सीएसई, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, बायोलॉजी, इंफॉर्मेशन प्रैक्टिस, बायोटेक्नोलॉजी, टेक्निकल वोकेशनल सब्जेक्ट, एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, बिजनेस स्टडीज व आंत्रप्रेन्योरशिप का ऑप्शन दिया गया है।
पिछले साल 2021-22 में ब्रांच के अनुसार तय नहीं थे विषय
पिछले साल काउंसिल ने ब्रांच के अनुसार विषय तय नहीं कर रखे थे। पीसीएम काे मिलाकर 14 में से कोई तीन विषय 12वीं में होने पर छात्रों को फर्स्ट सेमेस्टर में दाखिला मिला था। पिछले साल की हैंडबुक के अनुसार 14 विषयों में से कोई भी तीन विषय अगर छात्र के पास हैं, तो वे इंजीनियरिंग में दाखिले की पात्रता रखते थे।
Engineering College admission- इन ब्रांचों में फिजिक्स, कैमिस्ट्री व मैथ्स
एयरोनॉटिकल, सिरेमिक, सिविल, केमिकल, डेयरी, एनर्जी, मैकेनिकल, फायर एंड सेफ्टी, मरीन, मेटलर्जिकल, मिलिट्री, माइनिंग, नैनो टेक्नोलॉजी, न्यूक्लियर साइंस एंड टेक्नोलॉजी और टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में ही पीसीएम की अनिवार्य रखी गई है। आर्किटेक्चर कोर्स में काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर (सीओए) के नियमों के अनुसार ही दाखिला मिलेगा।
Engineering admission- पीसीएम के मात्र ये सब्जेक्ट्स ही होंगे जरूरी
एग्रीकल्चर में फिजिक्स-मैथ्स व एग्री का एक विषय, प्लानिंग में मैथ्स, बायो-टेक में फिजिक्स-कैमिस्ट्री, सीएसई में फिजिक्स-मैथ्स, इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक्स में फिजिक्स-मैथ्स, फूड इंजीनियरिंग व लेदर टेक्नोलॉजी में कैमिस्ट्री को शामिल किया गया है। अन्य ब्रांचों में विकल्प दिए हैं।
Engineering admission- एआईसीटीई चेयरमैन का बयान
डॉ. अनिल डी सहस्त्रबुद्धे, चेयरमैन, एआईसीटीई ने बताया कि पात्रता का ब्योरा हैंडबुक में है। कई छात्र 11वीं में विषय चयन के कारण इंजीनियरिंग नहीं कर पाते थे। अब उनके लिए इंजीनियरिंग के रास्ते खुल गए हैं। पहली बार पीसीएम के साथ अन्य विषय शामिल किए गए हैं।
विशेषज्ञों ने क्या कहा
यह निर्णय अच्छा है। इसका फायदा उन छात्राें काे मिलेगा, जाे पात्रता से बाहर हाे रहे थे। अब कई नए छात्राें काे भी पसंदीदा ब्रांच में एडमिशन मिल सकेगा। इंदाैर में भी काफी हद तक छात्राें काे इसका फायदा मिलेगा। - डॉ. संजीव टोकेकर, डायरेक्टर, आईईटी, डीएवीवी
यह छात्रों के लिहाज से अच्छा निर्णय है। सारे विषयों को लेकर स्थिति अभी से स्पष्ट हो गई है। 12वीं के वर्तमान छात्रों को इस फैसले से आगे काफी सहूलियत रहेगी। - आरके सक्सेना, डायरेक्टर, एसजीएसआईटीएस उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.